अनुभवी विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने टीम इंडिया की T20 टीम में श्रेयस अय्यर को जगह न मिलने पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने साफ कहा कि अय्यर ने वापसी के लिए जो भी संभव था, किया — फिर भी उन्हें नजरअंदाज करना बेहद “अन्यायपूर्ण” है।
सबकुछ किया
India Today से बात करते हुए कार्तिक बोले, “अय्यर ने घरेलू क्रिकेट में मुंबई को चैंपियन बनाया, आईपीएल में कमाल की कप्तानी की और खुद भी बेहतरीन बल्लेबाज़ी की। इससे ज्यादा एक खिलाड़ी और क्या कर सकता है?”
कोच का भरोसा
कार्तिक ने माना कि गौतम गंभीर के लिए चयन आसान नहीं है। उन्होंने कहा, “गंभीर के अंडर में भारत ने 20 में से 17 टी20 मैच जीते हैं। उन्होंने कुछ खिलाड़ियों पर भरोसा किया और वो भरोसा रंग लाया है।”
स्टैंडबाय से बाहर
लेकिन कार्तिक सबसे ज्यादा दुखी इस बात से थे कि अय्यर को स्टैंडबाय लिस्ट में भी जगह नहीं मिली। “पांच स्टैंडबाय में भी नाम नहीं होना बहुत खलता है। इसका मतलब है कि उन्हें वर्ल्ड कप प्लान में नहीं देखा जा रहा — ये वाकई गलत है,” उन्होंने कहा।
आंकड़ों की बात
श्रेयस अय्यर ने 49 टी20I में 1,044 रन बनाए हैं, औसत 30.70 का रहा है। टेस्ट में 16 मैचों में 811 रन, और वनडे में 61 मैचों में 2,326 रन बना चुके हैं। भले टी20 औसत खास न लगे, लेकिन घरेलू प्रदर्शन बहुत मज़बूत रहा है।
पर्सनालिटी पॉइंट
कार्तिक ने अय्यर की पॉजिटिव एनर्जी और मैदान के बाहर के एटीट्यूड की भी तारीफ की। “मैं अय्यर का बहुत बड़ा फैन हूं। उसने हमेशा टीम को पॉजिटिव तरीके से लीड किया है। मुझे यकीन है कि वो इस झटके को भी ग्रेस के साथ लेगा।”
सवाल बड़ा है
अब सवाल उठ रहा है कि क्या टीम मैनेजमेंट इस फीडबैक को गंभीरता से लेगा? दिनेश कार्तिक जैसे सीनियर प्लेयर की राय यह दिखाती है कि सिर्फ आंकड़े नहीं, इंसाफ और नजरिया भी चयन का हिस्सा होना चाहिए।