भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की वार्षिक आमसभा 28 सितंबर को होने वाली है। यह बैठक सिर्फ चुनावी प्रक्रिया तक सीमित नहीं होगी बल्कि बोर्ड की आने वाली रणनीति और भविष्य की दिशा भी तय करेगी। इस बार का सबसे चर्चित नाम है भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह।
एजेंडा
बैठक में बीसीसीआई अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष चुने जाएंगे। इसके अलावा एपेक्स काउंसिल और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में भी नए प्रतिनिधि शामिल होंगे।
पीसीए
रिपोर्ट्स के अनुसार, हरभजन सिंह को पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने बीसीसीआई एजीएम के लिए प्रतिनिधि चुना है। इसका मतलब है कि वह इस अहम बैठक में पीसीए की ओर से हिस्सा लेंगे और अपनी राय रखेंगे।
खिलाड़ी
पिछले कुछ सालों में बीसीसीआई की कमान पूर्व खिलाड़ियों के हाथों में रही है। सौरव गांगुली अध्यक्ष रहे, फिर रोजर बिन्नी को यह जिम्मेदारी मिली। ऐसे में फैन्स के बीच यह सवाल है कि क्या एक बार फिर कोई पूर्व क्रिकेटर, खासकर हरभजन, बड़े पद पर दिख सकते हैं।
नामांकन
बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन 20 और 21 सितंबर को दाखिल होंगे। 23 सितंबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। खास बात यह है कि बोर्ड अध्यक्ष के लिए सीधा चुनाव हुए एक दशक से ज्यादा वक्त हो गया है।
प्रतिनिधि
एजीएम में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों की लिस्ट में कई बड़े नाम हैं। कर्नाटक से रघुराम भट्ट, मुंबई से संजय नाइक, हिमाचल से अरुण धूमल, यूपी से राजीव शुक्ला, सौराष्ट्र से जयदेव शाह, बड़ौदा से प्रणव अमीन, तमिलनाडु से आर.आई. पलानी, बंगाल से सौरव गांगुली और पंजाब से हरभजन सिंह बैठक में शामिल होंगे।
भविष्य
हरभजन का बोर्ड में कदम रखना नई शुरुआत साबित हो सकता है। उनकी क्रिकेट समझ और अनुभव से बीसीसीआई को फायदा मिल सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि वह सिर्फ प्रतिनिधि की भूमिका निभाते हैं या नेतृत्व की रेस में भी उतरते हैं।