टीम इंडिया को एक बड़ी राहत मिली है — जसप्रीत बुमराह वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ अक्टूबर में होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने खुद BCCI को इसकी जानकारी दी है।
चोट से वापसी की कहानी
इस साल की शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान बुमराह पीठ की चोट से जूझे। इसके चलते उन्हें इंग्लैंड टूर पर भी कुछ टेस्ट मिस करने पड़े। मैनेजमेंट ने उनकी फिटनेस को लेकर कोई रिस्क नहीं लिया।
अब फिट और तैयार
अब जब वो फिर से अपनी लय में लौट रहे हैं, बुमराह ने खुद सामने आकर बताया कि वो रेड बॉल क्रिकेट खेलने के लिए तैयार हैं।
एशिया कप से सीधे टेस्ट मोड
बुमराह इस वक्त UAE में एशिया कप 2025 खेल रहे हैं। अगर भारत फाइनल में पहुंचता है (28 सितंबर), तो पहले टेस्ट (2 अक्टूबर, अहमदाबाद) से पहले सिर्फ 3 दिन का गैप रहेगा।
पहले उम्मीद थी कि उन्हें आराम दिया जाएगा, लेकिन अब यह साफ हो चुका है कि वो टेस्ट सीरीज़ में खेलेंगे।
कोच का भरोसा
असिस्टेंट कोच रयान टेन डोइशेट ने कहा —
“बुमराह का वर्कलोड अब टेस्ट के लिए बिल्कुल सही है। उन्हें आराम देने की कोई ज़रूरत नहीं है।”
वर्कलोड पर संतुलन
टेन डोइशेट ने कहा कि बुमराह अभी हर मैच में 6-8 ओवर फेंक रहे हैं, जो रेड बॉल क्रिकेट के लिए आदर्श प्रेपरेशन है।
एशिया कप पर नजर
बुमराह ने अब तक एशिया कप के 3 मैच खेले हैं। सिर्फ ओमान के खिलाफ उन्हें आराम मिला था।
- बनाम पाकिस्तान — खेले
- बनाम श्रीलंका — खेले
- बनाम ओमान — नहीं खेले
- बनाम बांग्लादेश — खेलने की संभावना
बुमराह का असर
बुमराह की गेंदबाज़ी सिर्फ नई गेंद की स्विंग तक सीमित नहीं है। वो मिड ओवर्स में कंट्रोल और डेथ ओवर्स में यॉर्कर्स से विपक्ष को चौंकाते हैं। घरेलू पिचों पर उनकी रिवर्स स्विंग खतरनाक हो सकती है।
टेस्ट के आंकड़े क्या कहते हैं?
- अब तक 34 टेस्ट में 156 विकेट
- बॉलिंग एवरेज: 22.6
- स्ट्राइक रेट: 49.4
- ये आंकड़े दिखाते हैं कि बुमराह सिर्फ T20 स्पेशलिस्ट नहीं हैं — टेस्ट में भी वो भारत के नंबर 1 पेसर हैं।
क्लास का कमाल
एशिया कप के तुरंत बाद रेड बॉल मोड में जाना आसान नहीं होता, लेकिन बुमराह जैसे अनुभवी खिलाड़ी के लिए यह बड़ी बात नहीं। वो इस शॉर्ट ब्रेक को भी अपनी तैयारी में बदलने का माद्दा रखते हैं।
अब जब खुद बुमराह ने BCCI को ‘हां’ कह दी है और कोचिंग स्टाफ भी पूरी तरह संतुष्ट है, तो वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ उनकी एंट्री तय है। ये भारत के लिए सिर्फ एक टेस्ट सीरीज़ नहीं, बल्कि बुमराह की टेस्ट रीसेट का भी संकेत है।