ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस की फिटनेस को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह 21 नवंबर से शुरू होने वाले पर्थ टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। उनकी कमर में स्ट्रेस इंजरी है, जो अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई।
लंबे समय से बाहर
कमिंस आखिरी बार जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले थे। तब से उन्होंने न तो दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज़ खेली, न ही भारत दौरे के लिए चयन हुआ। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अब तक उनकी स्थिति पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
गेंदबाज़ी शुरू नहीं की
ताज़ा रिपोर्ट्स के अनुसार, कमिंस अभी तक नेट्स में गेंदबाज़ी शुरू करने की स्थिति में नहीं हैं। इसका मतलब है कि उनकी वापसी फिलहाल नज़दीक नहीं दिख रही।
बोलैंड को मौका
अगर कमिंस बाहर रहते हैं, तो स्कॉट बोलैंड को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। बोलैंड ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ हैट्रिक लेकर शानदार प्रदर्शन किया था। उनके साथ स्टार्क और हेज़लवुड तेज़ आक्रमण की अगुवाई करेंगे।
कप्तानी की जिम्मेदारी
कमिंस की अनुपस्थिति में स्टीव स्मिथ एक बार फिर टीम की कमान संभाल सकते हैं। स्मिथ पहले भी कई बार कप्तान के तौर पर टीम को लीड कर चुके हैं जब कमिंस उपलब्ध नहीं थे।
पूरी सीरीज़ से बाहर होने की आशंका
ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रू मैकडॉनल्ड ने कहा कि टीम उम्मीद कर रही है कि कमिंस एशेज में लौटें, लेकिन सब कुछ उनकी रिकवरी पर निर्भर करेगा। उन्होंने माना कि स्थिति आदर्श नहीं है और जरूरत पड़ने पर “कठिन फैसले” लेने होंगे।
वापसी की आखिरी उम्मीद
अगर कमिंस शुरुआती टेस्ट नहीं खेलते, तो उनके पास 4 जनवरी से सिडनी टेस्ट में वापसी का मौका हो सकता है। लेकिन इतने लंबे अंतराल के बाद सीधे एशेज में उतरना चुनौतीपूर्ण रहेगा।
रूट का चैलेंज
इधर इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट का कहना है कि उनकी टीम इस बार एशेज जीतने के लिए पूरी तरह तैयार है। रूट अब तक ऑस्ट्रेलिया में एक भी टेस्ट नहीं जीते हैं, और इसे बदलना उनका लक्ष्य है।
हेडन का मज़ाकिया वादा
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने मज़ाक में कहा है कि अगर रूट इस बार भी ऑस्ट्रेलिया में शतक नहीं बना पाए, तो वह MCG में बिना कपड़ों के दौड़ लगाएंगे।
फ्लिंटॉफ का इस्तीफा
इस बीच इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने ‘द हंड्रेड’ लीग में नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स की कोचिंग छोड़ दी। उन्होंने बताया कि उन्हें नए मालिकों ने बाकी कोचों की तुलना में सिर्फ 25% सैलरी की पेशकश की थी।
सीरीज़ पर असर
एशेज सीरीज़ हमेशा रोमांचक रही है, लेकिन कमिंस की फिटनेस ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा झटका हो सकती है। वहीं इंग्लैंड इस बार आत्मविश्वास और जुनून दोनों के साथ उतरने को तैयार दिख रहा है।