टीम इंडिया की स्टार ओपनर स्मृति मंधाना ने एक और मील का पत्थर छू लिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप मुकाबले में उन्होंने 80 रन की बेहतरीन पारी खेली और ODI क्रिकेट में 5000 रन पूरे कर लिए। वो अब दुनिया की सबसे तेज़ और सबसे कम उम्र में यह रिकॉर्ड बनाने वाली महिला बल्लेबाज़ बन गई हैं।
रिकॉर्ड पारी
मंधाना की ये इनिंग 66 गेंदों में आई जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल थे। 29 साल की उम्र में यह मुकाम हासिल करना उनके निरंतर प्रदर्शन और क्लास का सबूत है। उन्होंने कई दिग्गज खिलाड़ियों को पीछे छोड़कर महिला क्रिकेट में नया मानक सेट किया है।
मैच का संदर्भ
ये मैच विशाखापत्तनम के ACA-VDCA स्टेडियम में खेला जा रहा था। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी, लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों ने शुरुआत से ही दबाव बना दिया और रन की बारिश कर दी।
डेब्यू स्टार प्रटीका
स्मृति के साथ डेब्यू करने उतरीं प्रटीका रावल ने भी सबका ध्यान खींचा। उन्होंने 85 गेंदों में नाबाद 67 रन बनाए और मंधाना के साथ 155 रन की ओपनिंग साझेदारी की। उनकी पारी में स्ट्राइक रोटेशन और समझदारी साफ नजर आई, जिससे मंधाना को अपना स्वाभाविक खेल खेलने का पूरा मौका मिला।
मंधाना का क्लास
मंधाना की बल्लेबाज़ी हमेशा से देखने लायक रही है, और इस बार भी उन्होंने अपने क्लासिक शॉट्स से फैंस का दिल जीत लिया। ऑफ साइड पर ड्राइव्स, तेज़ फुटवर्क से स्पिनर्स को परेशान करना, बाउंड्री के गैप्स ढूंढना — हर चीज़ एकदम परफेक्ट रही। उनकी रनिंग बिटवीन द विकेट्स भी शानदार थी।
विकेट का पल
जब मंधाना 100 के करीब थीं, तब सोफी मोलिन्यूक्स की गेंद पर फीबी लिचफील्ड ने उनका कैच लपका। वो 80 रन पर आउट हुईं, लेकिन तब तक इतिहास रच चुकी थीं। मैदान में उस वक्त तालियों की गूंज रुक ही नहीं रही थी।
रिकॉर्ड का मतलब
मंधाना अब सबसे तेज़ 5000 ODI रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज़ बन गई हैं। सिर्फ यही नहीं, उन्होंने 29 साल की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की, जो अपने आप में एक मिसाल है। इस रिकॉर्ड ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय महिला क्रिकेट अब सिर्फ भाग नहीं ले रहा, बल्कि इतिहास भी लिख रहा है।
मैदान का माहौल
जब उन्होंने 5000 रन पूरे किए, विशाखापत्तनम के दर्शक दीर्घाओं में सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा था — “स्मृति, स्मृति!” यह पल सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि पूरे भारतीय महिला क्रिकेट के लिए गर्व का क्षण था।