अब कोई और रास्ता नहीं था – जेमिमा रोड्रिग्स की पारी ने कैसे भारत को सेमीफाइनल हार से बचाया

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Jemimah Rodrigues

जेमिमा रोड्रिग्स की इस पारी की नींव नेट्स में रखी गई थी। दो साल से वो खुद को कल्पना में ऐसे ही हालात में डालती थीं — 6 गेंद में 16 रन, आउट करने की कोशिश, फील्ड टाइट। यही तैयारी उनके लिए असली मैच में मानसिक ढाल बनी।

सेमीफाइनल से पहले भी उन्होंने हर बॉल को हिट करने की कोशिश की, लेकिन जल्दी समझ आ गया कि यह उनका नेचुरल गेम नहीं है। इसके बाद उन्होंने प्लान बदला — इंटेंट पॉजिटिव रखा, लेकिन गेंद को अपने मुताबिक खेलने का रास्ता चुना।

मुकाबला

ऑस्ट्रेलिया की फोएबे लिचफील्ड और एलिसे पेरी जब तेज़ रन बना रही थीं, तो जेमिमा को लगा कि स्कोर 400 तक पहुंच जाएगा। लेकिन भारतीय गेंदबाज़ों ने वापसी कर स्कोर 339 पर रोक दिया। जेमिमा को यकीन था कि इस विकेट पर यह टोटल chase किया जा सकता है।

साझेदारी

जब शैफाली वर्मा जल्दी आउट हुईं और उन्हें नंबर 3 पर भेजा गया, तो जेमिमा को खुद भी थोड़ा अचरज हुआ। लेकिन इस बार वह डरी नहीं — वो तैयार थीं। हर्मनप्रीत के साथ उनकी 167 रन की साझेदारी ने पूरे मैच का मूमेंटम बदल दिया। दोनों ने रन रेट को छोटे टारगेट्स में बांटकर देखा, जिससे दबाव नहीं बना।

चुनौती

30वें ओवर के बाद रन रेट बढ़ने लगा और फिर हर्मनप्रीत आउट हो गईं। यही वो मोड़ था जब जेमिमा ने खुद से कहा — अब कोई और ऑप्शन नहीं है। थकान के बावजूद उन्होंने खुद को खड़ा किया। दीप्ति शर्मा ने इस मुश्किल वक्त में उनका साथ दिया और रन बनाकर जेमिमा को संभलने का मौका दिया।

अंत

रिचा घोष की बड़ी हिट्स और फिर अमनजोत के साथ आखिरी 32 गेंदों में 36 रन का पीछा — जेमिमा ने पूरे मैच में अपनी फोकस नहीं खोई। आखिरी बाउंड्री लगते ही वह अमन को गले लगाने दौड़ीं, आंखों में आंसू थे। ना अर्धशतक का जश्न, ना शतक का — क्योंकि यह जीत सिर्फ उनके लिए नहीं, पूरे भारत के लिए थी।

विरासत

इस पारी को लोग हर्मनप्रीत की 2017 की 171* से जोड़ते हैं, लेकिन जेमिमा के लिए ये सिर्फ एक तुलना नहीं, एक प्रेरणा है। दोनों पारियां भारत की जीत की मिसाल हैं। जेमिमा की वापसी सिर्फ रन नहीं, बल्कि उस सफर की कहानी है जहां उन्होंने टीम से बाहर रहने का दर्द झेला, फॉर्म गंवाया और फिर सबसे बड़े मैच में सबसे बड़ी पारी खेली।

FAQs

जेमिमा ने किस मैच में 127* रन बनाए?

वर्ल्ड कप सेमीफाइनल बनाम ऑस्ट्रेलिया।

हर्मनप्रीत और जेमिमा की साझेदारी कितनी रही?

167 रन की शानदार साझेदारी रही।

जेमिमा ने खुद को कैसे तैयार किया?

नेट्स पर खुद को चैलेंजिंग सिचुएशन में रखा।

जेमिमा को किस पारी से तुलना की गई?

हर्मनप्रीत की 171* रनों वाली पारी से।

सेमीफाइनल के बाद जेमिमा ने क्या किया?

व्हाट्सएप अनइंस्टॉल कर दिया ताकि फाइनल पर फोकस रहे।

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