तीसरे टेस्ट में बनें आंकड़े : भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला का तीसरा टेस्ट लीड्स के मैदान पर खेला गया। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया। टीम इंडिया पहली पारी में मात्र 78 रनों पर सिमट गई जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 432 रन स्कोरबोर्ड पर लगाए।
इसके बाद भारत अपनी दूसरी पारी में 278 रन पर सिमट गया। टीम इंडिया को इस मैच में पारी और 76 रनों की करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। ये 5 टेस्ट मैचों श्रृंखला अब 1-1 की बराबरी पर है।
तीसरे टेस्ट मैच के दौरान कुछ दिलचस्प रिकॉर्ड और आंकड़े बने है। आइये उन पर एक नज़र डालते हैं :
1. कप्तान जो रुट इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तान बन गए हैं। रुट ने अब तक 55 टेस्ट मैचों में कप्तानी की हैं और 27 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड को जीत मिली है। इससे पहले ये रिकॉर्ड माइकल वॉन के नाम था जिन्होंने 51 टेस्ट मैचों में कप्तानी करते हुए 26 टेस्ट मैच जीते थे।
2. वर्ष 2016 के भारत बनाम न्यूज़ीलैंड इंदौर टेस्ट मैच में रहाणे ने अपने टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली थी। उस मैच में रहाणे ने 188 रन बनाए थे। उस टेस्ट मैच के आखिर में रहाणे का टेस्ट औसत 51.37 था।
यदि बात करें कप्तान विराट कोहली की तो उस दौरान उनका औसत 45.56 था और चेतेश्वर पुजारा उस समय 49.22 की औसत से रन बना रहे थे। आज लीड्स टेस्ट के बाद रहाणे का औसत 40.18, पुजारा का औसत 45.59 है और कोहली का औसत 51.41 है।
3. वर्ष 2016 की इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला की शुरुआत से अजिंक्य रहाणे ने 48 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 33.77 की औसत से रन बनाए हैं। पिछले 31 वर्षों के आंकड़े उठाकर देेखें तो किसी भी भारतीय शीर्ष क्रम या मध्यक्रम बल्लेबाज़ की 48 टेस्ट मैचों में 35 से कम की औसत नही रही है।
4. चेतेश्वर पुजारा पहले ऐसे भारतीय बल्लेबाज़ हैं जो दिन के शुरु होने पर 90 रनों के ऊपर बल्लेबाज़ी कर रहे थे लेकिन बिना एक भी रन जोड़े आउट हुए।
5. इस श्रृंखला में चौथी बार सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा ने 100 से अधिक गेंदें खेली हैं। यदि भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों के आंकड़े की बात करें तो सिर्फ सुनील गावस्कर ने ही उनसे अधिक बार इंग्लैंड में 100 से अधिक गेंद खेली है। गावस्कर ने 28 पारियों में 13 बार 100 से अधिक गेंदें खेली हैं।
6. चेतेश्वर पुजारा भारत के लिए सबसे अधिक 6 बार अगले दिन की शुरुवात में बिना कोई रन बनाए पविलियन लौटे हैं। इस आंकड़े की बात करें तो पहले ये रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम था जो 5 बार दिन की शुरुआत में बिना कोई रन जोड़े आउट हुए।
7. वर्ष 2006 में पाकिस्तान के बल्लेबाज़ मोहम्मद युसूफ ने एक वर्ष में सर्वाधिक 1788 रन बनाए थे। इंग्लैंड के कप्तान जो रुट अब उस आंकड़े से मात्र 390 रन पीछे हैं। इस वर्ष के अंत तक रुट 5 टेस्ट मैच और खेल सकते हैं।
8. इस श्रृंखला में श्रृंखला में विपक्षी टीम के 41 विकेट गिरने के बाद भारतीय स्पिनर को पहला विकेट प्राप्त हुआ। ये एक टेस्ट श्रृंखला में विकेट प्राप्त करने के लिए एक भारतीय स्पिनर द्वारा किया गया सबसे लम्बा इंतज़ार है।
पहले के आंकड़े की बात करें इससे पहले सबसे लम्बा इंतज़ार वर्ष 1989 में पाकिस्तान के विरुद्ध टेस्ट श्रृंखला में हुआ था जिसमें 25 विकेट के बाद भारत के स्पिनर को विकेट प्राप्त हुआ था। इस श्रृंखला में सचिन तेंदुलकर ने अपना अंतरराष्ट्रीय टेस्ट पदार्पण भी किया था।
9. नवंबर 2017 के बाद टेस्ट में पहली बार कप्तान कोहली ने एक बल्लेबाज के रूप में अंपायर के फैसले को सफलतापूर्वक चुनौती दी है, यानी 2017 के बाद बैटिंग के समय पहली बार रिव्यु सफल रहा।