आईपीएल 2022 में 5 बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस और 4 बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। ये दोनों टीमें इस तरह का प्रदर्शन करेंगी इसकी किसी ने भी उम्मीद नहीं की होगी।
मुंबई ने इस सीजन में अभी तक 5 मैच खेले है और उन्हें सभी मैचों में टीम को हार मिली है। वहीं चेन्नई ने 5 मैच खेले है जिनमें से एक में जीत और 4 में टीम को हार का सामान करना पड़ा है।
इन दोनों टीमों के खराब प्रदर्शन के बावजूद कई खिलाड़ियों का मानना है कि ये दोनों बड़ी टीमें इस सीजन में वापसी कर सकती हैं और प्लेऑफ में भी अपनी जगह बनाने में कामयाब हो सकती हैं।
हालाँकि पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा का कहना है कि आईपीएल इतिहास की दो सबसे कामयाब टीमें इस बार प्लेऑफ तक का सफर तय नहीं कर पाएंगी।
इस पूर्व क्रिकेटर ने दोनों ही टीमों के खराब प्रदर्शन के लिए कमजोर गेंदबाजी आक्रमण को जिम्मेदार बताया है।
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बताया कि क्यों ये दोनों टीमें टॉप 4 में अपनी जगह नहीं बना पाएंगी। उन्होंने कहा,चेन्नई और मुंबई दोनों का गेंदबाजी आक्रमण कमजोर है।
हालांकि वे ऐसी स्थिति से वापस आएं हैं, अगर आप एक ही टीम से खेलते रहते हैं और उम्मीद करते हैं कि अचानक कुछ बदल जाएगा तो यह नहीं हो सकता हैं।
मुंबई इंडियंस को अपने प्लेइंग इलेवन को बदलना चाहिए जबकि सीएसके की गेंदबाजी को अच्छा प्रदर्शन करके दिखाना होगा लेकिन मेरे हिसाब से वो टॉप 4 में जगह नहीं बना पाएंगे।
आईपीएल 2022 में मुंबई इंडियंस का अगला मैच कल लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ है। वहीं चेन्नई सुपर किंग्स अपना अगला मैच 17 अप्रैल को गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेलेगी।
आईपीएल 2022 युवा खिलाड़ियों का सीजन रहा है- आकाश चोपड़ा
इसके अलावा आकाश चोपड़ा ने ये भी कहा है कि अब तक का यह सीजन युवाओं खिलाड़ियों के नाम रहा है इसमें साईं सुदर्शन, आयुष बदोनी, डेवाल्ड ब्रेविस, तिलक वर्मा और जितेश शर्मा जैसे युवा बल्लेबाज शामिल है।
इसके अलावा आकाश ने तेज गेंदबाज वैभव अरोड़ा और कुलदीप सेन की भी तारीफ की जो अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
चोपड़ा ने कहा, “यह आईपीएल उन युवाओं का रहा है जो निडर हैं और खेल पर अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं। आयुष बदोनी, साईं सुदर्शन, ब्रेविस, तिलक, वैभव अरोड़ा, कुलदीप सेन, जितेश शर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया है।
इन खिलाड़ियों के बीच मुख्य अंतर यह है कि सभी सलामी बल्लेबाज नहीं हैं। कुछ मध्यम तेज गेंदबाज हैं जबकि कुछ निचले क्रम में बल्लेबाजी करने आते हैं लेकिन फिर भी अपना असर डालने में सफल रहते हैं।”
आकाश चोपड़ा के करियर की बात करें तो उन्होंने भारत को 10 टेस्ट मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 23.0 की औसत के साथ 437 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 2 अर्धशतक देखने को मिले है।
यह पूर्व क्रिकेटर आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा रह चुका हैं। उन्होंने अपने आईपीएल करियर में 7 मैच खेले है और 74.65 के खराब स्ट्राइक रेट की मदद से मात्र 53 रन ही बनाये है।
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