भारतीय क्रिकेट के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 25 साल के लम्बे और यादगार करियर के बाद सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। उनका नाम उन चुनिंदा गेंदबाज़ों में शुमार होता है जिन्होंने टेस्ट, वनडे, T20I और IPL में अपनी लेग स्पिन का जादू बिखेरा।
इंटरनेशनल रिकॉर्ड
- टेस्ट: 22 मैच, 76 विकेट
- वनडे: 36 मैच, 64 विकेट
- T20I: 10 मैच, 16 विकेट
2003 में वनडे डेब्यू और 2008 में टेस्ट डेब्यू करने वाले मिश्रा ने कई यादगार स्पेल दिए। खासकर 2013 ज़िम्बाब्वे सीरीज़ में 18 विकेट और 2014 T20 वर्ल्ड कप में 10 विकेट का योगदान भारत की सफलता में अहम रहा।
आईपीएल में लीजेंड
- मैच: 162
- विकेट: 174 (7वें सबसे ज्यादा)
- इकॉनमी: 7.37
- औसत: 23.82
खास उपलब्धि:
मिश्रा इकलौते गेंदबाज़ हैं जिन्होंने तीन IPL हैट्रिक लीं – वो भी तीन अलग-अलग टीमों के लिए:
- दिल्ली डेयरडेविल्स (2008)
- किंग्स इलेवन पंजाब (2011)
- सनराइजर्स हैदराबाद (2013)
2024 में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेला गया उनका आखिरी मैच भी प्रभावशाली रहा – 1/20 बनाम राजस्थान रॉयल्स।
संन्यास की वजह
मिश्रा ने कहा:
“लगातार चोटें और नई पीढ़ी को आगे लाना ज़रूरी था। क्रिकेट ने मुझे अनगिनत अनुभव दिए। यह सफर मैं कभी नहीं भूलूंगा।”
उन्होंने BCCI, हरियाणा क्रिकेट संघ, कोचों, साथियों और फैन्स का भी धन्यवाद किया।
भविष्य की योजना
संन्यास के बाद भी अमित मिश्रा क्रिकेट से जुड़े रहेंगे। वे आगे कोचिंग, कमेंट्री, यूट्यूब व सोशल मीडिया के ज़रिए युवाओं को गाइड करेंगे और अपने अनुभव साझा करते रहेंगे।
अमित मिश्रा का करियर भारतीय क्रिकेट में लेग स्पिन के एक बेहतरीन अध्याय की तरह है। उनका योगदान आंकड़ों से कहीं बढ़कर है—एक ऐसा गेंदबाज़ जो क्लासिक स्पिन और स्मार्टनेस से बल्लेबाज़ों को चकमा देता रहा। अब अगली पारी में वे नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेंगे।