बांग्लादेश ने नीदरलैंड्स के खिलाफ टी20 सीरीज़ का पहला मैच जीतने के बाद साफ कर दिया है कि दूसरे मुकाबले में किसी तरह का प्रयोग नहीं किया जाएगा। सीनियर असिस्टेंट कोच मोहम्मद सलाहुद्दीन ने कहा है कि यह इंटरनेशनल क्रिकेट है और यहां सिर्फ नतीजों की अहमियत होती है, न कि एक्सपेरिमेंट्स की।
पहले मैच में दमदार प्रदर्शन
बांग्लादेश ने पहला टी20 आसानी से 8 विकेट से जीतकर 1-0 की बढ़त बना ली थी। टीम पहले ही श्रीलंका और पाकिस्तान जैसी मज़बूत टीमों को मात देकर आत्मविश्वास से भरी हुई है, लेकिन इसके बावजूद बेंच स्ट्रेंथ आज़माने का कोई इरादा नहीं है।
कोच का स्पष्ट बयान
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सलाहुद्दीन ने कहा:
“यह कोई अभ्यास मैच नहीं है। हमारे हर फैसले का मकसद जीत होना चाहिए। क्रिकेट में कोई आराम की जगह नहीं होती। हर दिन कुछ नया सीखना और बेहतर करना ज़रूरी होता है।”
लंबी तैयारी का असर
उन्होंने बताया कि इस बार टीम को तैयारी के लिए अच्छा समय मिला है – फिटनेस, फील्डिंग और बैटिंग जैसे अहम पहलुओं पर काम करने का मौका मिला। आमतौर पर अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल इतना टाइट होता है कि खिलाड़ियों को खुद पर काम करने का समय नहीं मिलता, लेकिन इस बार टीम ने उसका भरपूर फायदा उठाया।
खिलाड़ियों की सोच से फर्क
सलाहुद्दीन ने यह भी कहा कि कोचिंग स्टाफ कितना भी अच्छा हो, नतीजा खिलाड़ियों की मानसिकता और मेहनत पर निर्भर करता है। उन्होंने इस बदलाव को लेकर संतोष जताया और कहा कि टीम का आत्मविश्वास अब काफी बेहतर है।
सैफ हसन की वापसी
कोच ने दो साल बाद सफेद गेंद क्रिकेट में लौटे सैफ हसन की तारीफ करते हुए कहा कि वे अब सिर्फ टेस्ट प्लेयर नहीं रह गए हैं। शुरुआत में असफल होना सामान्य है, लेकिन वापसी करना मानसिक रूप से कठिन होता है – और सैफ ने यही कर दिखाया।
नीदरलैंड्स की उम्मीद बरकरार
दूसरी ओर नीदरलैंड्स के बल्लेबाज़ नोआ क्रोस ने कहा कि टीम अभी भी सीरीज़ जीत सकती है। उन्होंने माना कि हालात उनके लिए नए हैं, लेकिन यह चुनौती उन्हें बेहतर बनने में मदद कर सकती है।
अब अगला मुकाबला
1 सितंबर को सिलहट में होने वाला दूसरा T20 मुकाबला अब और भी दिलचस्प हो गया है, जहां बांग्लादेश जीत के साथ सीरीज़ पक्की करना चाहेगा और नीदरलैंड्स वापसी के लिए पूरी ताकत लगाएगा।