भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में एकतरफा जीत दर्ज करते हुए सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बनाई। यह मुकाबला पूरी तरह भारत के नाम रहा — बल्लेबाज़ी हो या गेंदबाज़ी, दोनों विभागों में टीम का दबदबा साफ़ दिखा।
दिल्ली में दूसरा मुकाबला
अब दोनों टीमें दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। मैच सुबह 9:30 बजे से शुरू होगा। भारत की नज़र क्लीन स्वीप पर है, जबकि वेस्टइंडीज सम्मान बचाने की कोशिश करेगा।
वर्कलोड और रोटेशन प्लान
शुभमन गिल की कप्तानी में भारत इस वक्त आत्मविश्वास से भरा है, लेकिन टीम मैनेजमेंट ऑस्ट्रेलिया दौरे को ध्यान में रखते हुए कुछ बदलाव कर सकता है। उम्मीद है कि कुछ सीनियर खिलाड़ियों को आराम और बेंच स्ट्रेंथ को मौका मिलेगा।
वेस्टइंडीज की मुश्किलें
पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा। उनकी बल्लेबाज़ी ढह गई, गेंदबाज़ी में असर नहीं दिखा और फील्डिंग में भी कमी नजर आई। अगर सीरीज़ बराबर करनी है, तो उन्हें सभी विभागों में सुधार करना होगा।
रिकॉर्ड का खेल
भारत और वेस्टइंडीज के बीच अब तक 101 टेस्ट खेले जा चुके हैं। वेस्टइंडीज ने 30 और भारत ने 24 जीते हैं, जबकि 47 मैच ड्रॉ रहे हैं। लेकिन पिछले दो दशकों से भारत पूरी तरह हावी रहा है।
सीरीज़ इतिहास
1950-60 के दशक में वेस्टइंडीज का दबदबा था, लेकिन 2000 के बाद भारत ने लगातार जीत की आदत डाल ली। 2011 से अब तक दोनों टीमों के बीच 8 टेस्ट सीरीज़ हुई हैं — जिनमें भारत ने हर बार जीत दर्ज की।
कौन होंगे हीरो?
दिल्ली टेस्ट में भारत के युवा खिलाड़ी जैसे शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और मोहम्मद सिराज पर नजरें रहेंगी।
स्पिन विभाग में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी फिर से कहर बरपा सकती है।
वेस्टइंडीज की उम्मीदें
वेस्टइंडीज को अगर वापसी करनी है, तो टॉप ऑर्डर को रन बनाने होंगे। गेंदबाज़ों को अनुशासन के साथ शुरुआत में विकेट निकालने होंगे। कप्तान को टीम में आत्मविश्वास भरना होगा।
क्या फिर दोहराएगा भारत वही कहानी?
दिल्ली की स्पिन फ्रेंडली पिच पर भारत का पलड़ा भारी दिख रहा है। अगर वेस्टइंडीज शुरुआती झटकों से उबर नहीं पाया, तो यह टेस्ट भी एकतरफा साबित हो सकता है।
क्या वेस्टइंडीज आत्मसम्मान बचा पाएगा या भारत एक और धमाकेदार जीत से सीरीज़ पर कब्जा कर लेगा? इसका जवाब दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में मिलेगा।