IPL 2025 से गेंद पर थूक (सलाइवा) लगाने की पाबंदी हटाई जा सकती है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 20 मार्च को सभी 10 आईपीएल टीमों के कप्तानों की बैठक बुलाई है, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। अगर बैठक में सहमति बनती है, तो बीसीसीआई इस पाबंदी को हटा सकता है।
कोविड-19 के बाद लगा था प्रतिबंध
कोविड-19 महामारी से पहले गेंदबाजों को गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा का इस्तेमाल करने की अनुमति थी। लेकिन संक्रमण के खतरे को देखते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस पर रोक लगा दी थी। हालांकि, अब कई क्रिकेटर्स इस पाबंदी को हटाने की मांग कर रहे हैं।
क्रिकेटर्स की मांग – “रिवर्स स्विंग के लिए जरूरी है सलाइवा”
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी, न्यूजीलैंड के टिम साउदी और साउथ अफ्रीका के वर्नोन फिलैंडर जैसे गेंदबाजों ने हाल ही में इस प्रतिबंध को हटाने की वकालत की थी।
मोहम्मद शमी ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान कहा था, “हम रिवर्स स्विंग लाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन गेंद पर सलाइवा लगाने की इजाजत नहीं है। हम अपील कर रहे थे कि इसे वापस लाया जाए ताकि गेंदबाजों को मदद मिल सके और खेल रोमांचक बने।”
टिम साउदी ने भी ESPNcricinfo को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि कोविड-19 के समय यह प्रतिबंध जरूरी था, लेकिन अब गेंदबाजों के लिए यह नियम हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “बल्लेबाजों को तो पहले ही कई फायदे मिलते हैं, गेंदबाजों के लिए भी कुछ होना चाहिए।”
वर्नोन फिलैंडर ने भी इस पर सहमति जताई और कहा, “अगर सलाइवा लगाने की अनुमति मिलती है, तो गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग का फायदा मिलेगा, जिससे खेल संतुलित होगा।”
BCCI का क्या कहना है?
बीसीसीआई के एक सूत्र ने स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा, “हमने आईपीएल टीमों के कप्तानों से इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कहा है। अगर वे इसे हटाना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। अगर भविष्य में आईसीसी भी इस फैसले को मानती है, तो यह क्रिकेट के लिए अच्छा होगा।”
क्या फैसला लेगा बीसीसीआई?
अगर आईपीएल कप्तानों की बैठक में गेंद पर सलाइवा लगाने की अनुमति को लेकर सहमति बनती है, तो बीसीसीआई इसे हटा सकता है। इससे तेज गेंदबाजों को खास फायदा मिलेगा, खासकर उन मैचों में जहां रिवर्स स्विंग अहम भूमिका निभाती है। अब देखना होगा कि 20 मार्च की बैठक में क्या फैसला लिया जाता है और क्या क्रिकेट में सलाइवा की वापसी हो सकती है।