भारत-पाकिस्तान एशिया कप 2025 का जोश अपने चरम पर है। दोनों देशों के बीच राजनीतिक हालात इस मैच को और भी खास बना रहे हैं। इसी माहौल में पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर कामरान अकमल ने पुरानी याद साझा की, जब उनका और गौतम गंभीर का ऑन-फील्ड झगड़ा सुर्खियों में आया था।
तनाव
अकमल ने कहा कि भारत-पाक मुकाबले हमेशा जोश और दबाव से भरे होते हैं। लेकिन उन्होंने फैंस से अपील की कि वे भावनाओं में बहकर हद पार न करें। उनके मुताबिक दर्शकों को मैच का मजा बड़े दिल से लेना चाहिए ताकि यह परंपरा आगे भी कायम रहे।
आक्रामकता
मैच से पहले दोनों टीमों के कप्तानों से भी यही सवाल पूछा गया कि खिलाड़ी भावनाओं को कैसे संभालते हैं। उनका मानना था कि आक्रामकता खेल का हिस्सा है और इसे दबाने की जरूरत नहीं। अकमल भी मानते हैं कि भारत-पाकिस्तान मैच की खूबसूरती ही आक्रामकता है, लेकिन खिलाड़ियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि क्रिकेट जेंटलमैन का खेल है।
गलतफहमी
कामरान अकमल ने 2010 एशिया कप की घटना याद करते हुए बताया कि उनकी और गंभीर की बहस दरअसल एक गलतफहमी थी। गंभीर ने शॉट मिस किया और खुद से कुछ कहा, लेकिन अकमल को लगा कि यह बात उन पर कही गई है और उन्होंने अपील कर दी। इसी से विवाद बढ़ा।
दोस्ती
अकमल ने साफ किया कि उनकी और गंभीर की दोस्ती इस घटना से प्रभावित नहीं हुई। दोनों ने पहले भी केन्या में ए टीम टूर्नामेंट साथ खेला था और तभी से अच्छे दोस्त हैं।
अनुशासन
अंत में अकमल ने खासतौर पर फैंस से कहा कि स्टेडियम में अनुशासन बनाए रखें। अगर दर्शक मैच का आनंद शांति और सम्मान के साथ लेंगे, तो भारत-पाक मुकाबले लंबे समय तक जारी रहेंगे।