“इस पिच पर बल्लेबाज़ी कैसे करें?” — ये सवाल इस वक्त हर क्रिकेट फैन के ज़हन में है। कोलकाता की ईडन गार्डन पिच बल्लेबाज़ों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही। दो दिन में 26 विकेट गिर गए, और सिर्फ दो ही बल्लेबाज़ 30 रन तक पहुंचे।
स्पिन का जादू
इन मुश्किल हालात में भी साइमन हार्मर ने अपनी स्पिन से कमाल कर दिया। उन्होंने 15.2 ओवर में सिर्फ 30 रन देकर 4 विकेट चटकाए और दिखाया कि इस पिच पर कैसे बॉलिंग करनी चाहिए।
खतरनाक हालात
अब तक मैच में 152.2 ओवर हुए और 26 विकेट गिर चुके हैं। हर 5.5 ओवर में एक विकेट गिर रहा है। कोई भी बल्लेबाज़ 40 रन तक नहीं पहुंच पाया, और साउथ अफ्रीका इस समय 63/7 पर संघर्ष कर रही है।
हार्मर का स्पेल
हार्मर के स्पेल की खास बात ये रही कि उन्होंने लाइन-लेंथ से ही बल्लेबाज़ों को फंसाया। उन्होंने सुंदर को स्लिप में, जुरेल को कैच आउट करवाया, जडेजा को LBW किया और आखिरी विकेट लेकर पारी खत्म की।
बोलिंग का मंत्र
हार्मर का मानना है कि पिच खराब है, लेकिन अगर बल्लेबाज़ गलत गेंदों को बाउंड्री में बदल दे तो दबाव बॉलर पर आ जाता है। इस माइंडसेट से उन्होंने खुद को टिकाए रखा।
बुमराह का कहर
जसप्रीत बुमराह ने भी इस पिच का पूरा फायदा उठाया। उनकी एक गेंद घुटनों से नीचे रही और अगली ही गेंद छाती तक उछली। ऐसी अनप्रेडिक्टेबिलिटी से बल्लेबाज़ लगातार परेशान हो रहे हैं।
बचाव या बैटिंग?
साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने 78 गेंदों पर 29 रन बनाए। इस पिच पर ये स्कोर से ज्यादा टिकाव की कहानी है। हालांकि बाकी बल्लेबाज़ों ने गलतियां दोहराईं — कोई स्वीप में फंसा, तो कोई अजीब शॉट खेलकर आउट हुआ।
पुराना अनुभव
हार्मर ने 2015 में भी भारत में ऐसी ही पिचें झेली थीं — मोहाली और नागपुर की। उस सीरीज़ में अश्विन ने 31 विकेट लिए थे और हार्मर टीम से ड्रॉप हो गए थे। अब वो खुद मानते हैं कि तब वो तैयार नहीं थे।
सफल वापसी
2016 में हार्मर ने मुंबई में उमेश पाटवाल के साथ मेहनत की और अपनी बॉलिंग को निखारा। अब उन्हें पता है कि किस वक्त गेंद टर्न करानी है और कब नहीं। इसी आत्मविश्वास ने उन्हें बेहतर बनाया।
बॉलिंग टिप्स
हार्मर के मुताबिक इस तरह की पिच पर बल्लेबाज़ को फ्रंट फुट पर टेस्ट करना चाहिए। ज्यादा टर्न कराने के बजाय, सीधी गेंदें ज़्यादा असर करती हैं क्योंकि बल्लेबाज़ उन्हें छोड़ने का सोचते हैं।
आगे क्या?
अगर साउथ अफ्रीका 150 रन की लीड तक पहुंच जाता है, तो भारत के लिए भी मुश्किलें कम नहीं होंगी। यहां 100 से ज्यादा रन का पीछा एक ही बार सफल हुआ है — 2004 में। ऐसे में मैच पूरी तरह हार्मर और पिच के इशारे पर है।
FAQs
साइमन हार्मर ने कितने विकेट लिए?
उन्होंने 4 विकेट लिए 15.2 ओवर में।
बुमराह की सबसे अनोखी गेंद कौन सी थी?
एक गेंद 14.1cm से भी कम उछली।
इस पिच पर सबसे ज्यादा रन किसने बनाए?
टेम्बा बावुमा ने 29 रन बनाए।
क्या भारत ने कभी चौथी पारी में 100+ का पीछा किया है यहां?
हां, 2004 में 120/2 रन बनाए थे।
हार्मर को फिर से टेस्ट टीम में जगह कब मिली?
मार्च 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ।









