महिला वर्ल्ड कप 2025 के सबसे अहम मोड़ पर भारतीय टीम को करारा झटका लगा है। शानदार फॉर्म में चल रही ओपनर प्रतीका रावल चोट की वजह से टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। अब वो बाकी मैचों में हिस्सा नहीं ले सकेंगी।
कैसे लगी चोट
यह हादसा भारत के आखिरी लीग मैच में बांग्लादेश के खिलाफ हुआ। नवी मुंबई में खेले गए उस मुकाबले के 21वें ओवर में प्रतीका डीप मिडविकेट पर गेंद रोकने दौड़ीं, लेकिन अचानक घास में पैर फंस गया और वो गिर पड़ीं।
चोट की पुष्टि
उन्हें काफी दर्द में देखा गया और मैदान से बाहर ले जाना पड़ा। बाद की स्कैन रिपोर्ट में हेयरलाइन फ्रैक्चर और घुटने में सूजन पाई गई। ऐसे में उनका दोबारा खेलना नामुमकिन हो गया।
शानदार प्रदर्शन
प्रतीका का टूर्नामेंट अब तक कमाल का रहा। 6 पारियों में उन्होंने 308 रन बनाए, औसत रहा 51.33 का। न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने शतक जड़ा और 1000 रन तक पहुंचने वाली सबसे तेज़ भारतीयों में शामिल हुईं।
शफाली की वापसी
उनकी जगह टीम में शफाली वर्मा की एंट्री हुई है, जो सेमीफाइनल में भी स्मृति मंधाना के साथ ओपनिंग कर चुकी हैं। अब उन्हें फाइनल में एक बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी।
तैयारी का किस्सा
शफाली उस वक्त हरियाणा टीम की कप्तानी कर रही थीं, जब उन्हें अचानक सूरत से मुंबई बुलाया गया। बिना किसी देरी के वो टीम से जुड़ीं और खुद को मैदान के लिए तैयार किया।
शफाली की प्रतिक्रिया
उन्होंने कहा, “प्रतीका के साथ जो हुआ, वो किसी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता। लेकिन मुझे ये मौका मिला है, तो मैं अपना 100% दूंगी।”
रिकॉर्ड की तुलना
शफाली का वनडे रिकॉर्ड उतना मज़बूत नहीं रहा है—30 मैचों में 690 रन, सिर्फ 4 फिफ्टी। लेकिन हाल ही में उन्होंने 24 गेंदों में 55 रन की पारी खेली और भारत A के लिए भी ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया है।
अनुभव का फायदा
शफाली ने 2020 का T20 वर्ल्ड कप फाइनल भी खेला है। तो दबाव वाले मुकाबलों का अनुभव उनके पास है। बस इस बार चुनौती और बड़ी है—वर्ल्ड कप फाइनल, अपने ही देश में।
टीम पर असर
प्रतीका का बाहर जाना टीम के लिए बड़ा झटका है। उनकी शुरुआत और लय विरोधी टीम पर दबाव बनाती थी। अब शफाली को न सिर्फ रन बनाने होंगे, बल्कि फाइनल जैसी स्थिति में खुद को शांत और स्थिर भी रखना होगा।
शफाली में टैलेंट की कमी नहीं है, लेकिन असली सवाल यही है—क्या वो इस मौके को भुना पाएंगी?
FAQs
प्रतीका रावल क्यों बाहर हुईं?
घुटने और टखने की चोट के कारण उन्हें बाहर कर दिया गया।
प्रतीका ने टूर्नामेंट में कितने रन बनाए?
प्रतीका ने 6 पारियों में 308 रन बनाए थे।
शफाली वर्मा कब टीम में आईं?
बांग्लादेश के खिलाफ मैच के बाद उन्हें तुरंत बुलाया गया।
क्या शफाली का वनडे रिकॉर्ड अच्छा है?
अब तक औसत 23 का है, लेकिन हाल में फॉर्म में हैं।
शफाली ने आखिरी मैच में क्या किया था?
हरियाणा के लिए 24 बॉल में 55 रन बनाए थे।









