भारतीय क्रिकेट में कप्तानी को लेकर एक और बहस छिड़ गई है। इस बार मुद्दा है रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ से पहले कप्तानी से हटाया जाना। मनोज तिवारी ने इसे “स्पष्ट अपमान” कहा है।
कप्तान नहीं, खिलाड़ी बने
BCCI ने शुभमन गिल को कप्तान और श्रेयस अय्यर को उप-कप्तान बनाया है। रोहित टीम में हैं, लेकिन लीडर नहीं। ये वही रोहित हैं जो चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के बाद पहली बार टीम इंडिया की जर्सी पहनने जा रहे हैं।
तिवारी का तीखा बयान
CricTracker से बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि रोहित से कप्तानी क्यों छीनी गई। उन्होंने हर फॉर्मेट में टीम को लीड किया है — और रिजल्ट भी दिए हैं।”
बोलते हैं आंकड़े
रोहित शर्मा की लीडरशिप में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल खेला, T20 वर्ल्ड कप 2024 जीता और ODI वर्ल्ड कप 2023 में फाइनल तक पहुंचा। खुद चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे।
“परफॉर्मेंस चाहिए तो देखिए रिकॉर्ड”
तिवारी ने कहा, “अगर आप किसी से कप्तानी चाहते हैं, तो आप रिजल्ट भी मांगते हैं। रोहित ने सब कुछ दिया है — फिर क्यों हटाया गया?”
गंभीर की ओर इशारा
तिवारी ने सीधे तौर पर नहीं, लेकिन इशारों में मुख्य कोच गौतम गंभीर की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। “जो अभी टीम चला रहा है, वो चाहता है कि उसके अनुसार सब कुछ हो।”
नियंत्रण की कोशिश?
उन्होंने कहा, “ये सिर्फ कप्तानी नहीं है, ये पूरी कहानी को कंट्रोल करने की कोशिश है। ऐसा लग रहा है कि टीम मैनेजमेंट अब पूरी तरह युवाओं से भरी टीम चाहता है — जिसमें उसकी पकड़ बनी रहे।”
सम्मान का मुद्दा
तिवारी ने खुलकर कहा कि रोहित को इस तरह से हटाना उनके सम्मान के खिलाफ है। “उन्होंने जो हासिल किया है, उसके बाद ऐसा ट्रीटमेंट किसी को भी अच्छा नहीं लगेगा।”
पुराने बनाम नया
भारतीय क्रिकेट में यह पहली बार नहीं हो रहा, लेकिन एक सफल और एक्टिव कप्तान को बिना कारण हटाना अब भी सवाल खड़े करता है — सिर्फ फैंस के बीच नहीं, बल्कि पूर्व खिलाड़ियों के बीच भी।
अब अगला सवाल
क्या BCCI या टीम मैनेजमेंट इस फैसले की वजह बताएंगे? या यह “नई सोच” धीरे-धीरे सभी सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करने की रणनीति है? रोहित शर्मा का मामला अब एक सेलेक्शन नहीं, एक संदेश बनता जा रहा है।