श्रेयस अय्यर का हालिया फॉर्म शानदार रहा है — IPL 2025 में पंजाब किंग्स को फाइनल तक पहुंचाया, और चैंपियंस ट्रॉफी में भी टॉप स्कोरर रहे। लेकिन बहुत से फैंस शायद नहीं जानते कि सिर्फ ढाई साल पहले वो ऐसी गंभीर चोट से जूझ रहे थे, जिससे उनका करियर ही खतरे में पड़ गया था।
पूरी लकवा
GQ India को दिए इंटरव्यू में अय्यर ने बताया, “मेरा एक पैर पूरी तरह से लकवाग्रस्त हो गया था। मेरी नस टूट गई थी — स्पाइन सर्जरी तो ठीक है, लेकिन जब नस ही काम न करे तो बहुत डरावना होता है।”
sciatica का असर
उनकी sciatica nerve पूरी तरह डैमेज हो गई थी, और दर्द पैर की उंगलियों तक जाता था। “मैं बुरी तरह डरा हुआ था,” उन्होंने कहा।
कमाल की वापसी
IPL 2025 में उन्होंने 17 मैचों में 604 रन बनाए, स्ट्राइक रेट 175.07 और औसत 50.33 रहा। इसके बावजूद उन्हें Asia Cup 2025 की टीम में जगह नहीं मिली — स्टैंडबाय लिस्ट में भी नहीं।
संयमित जवाब
टीम से बाहर किए जाने पर श्रेयस ने शांत प्रतिक्रिया दी, “मैं सिर्फ उन्हीं चीज़ों पर फोकस करता हूं जो मेरे कंट्रोल में हैं। जब मौका मिलेगा, तो मैं तैयार रहूंगा।”
कप्तानी की सोच
श्रेयस का मानना है कि एक कप्तान को आज़ादी और सम्मान दोनों चाहिए। “पंजाब किंग्स ने मुझे पूरा सपोर्ट दिया। कोच और टीम मैनेजमेंट ने हर फैसले में मुझे शामिल किया — यही मैं चाहता हूं,” उन्होंने कहा।
असल लड़ाई
श्रेयस की ये कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं — बल्कि जज़्बे और ज़िद की कहानी है। जो खिलाड़ी चल नहीं सकता था, आज फिर मैदान पर शतक बना रहा है।
अब क्या आगे?
अब सवाल यह है कि क्या BCCI और चयनकर्ता इस संघर्ष और प्रदर्शन को पहचानेंगे? क्योंकि अगर मेहनत और वापसी का कोई उदाहरण हो — तो वह नाम श्रेयस अय्यर होना चाहिए।