टीम इंडिया को अपने नए ‘पोस्टर बॉय’ की तलाश है, और इस रोल के लिए शुभमन गिल को चुन लिया गया है। टैलेंटेड हैं, कोई शक नहीं। लेकिन क्या ये सब इतनी जल्दी करने की ज़रूरत थी कि फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को बाहर करना पड़े?
गिल पर बोझ ज़्यादा?
गिल को पहले टेस्ट में नंबर 4 पर आज़माया गया, फिर उन्हें कप्तानी दी गई, फिर वनडे और अब T20I में भी उपकप्तान बना दिया गया। लेकिन इतनी ज़िम्मेदारियों के बीच उनका T20 फॉर्म लगातार गिरता गया है।
संख्याएं साफ बोलती हैं:
- पिछली 15 पारियों में सिर्फ 263 रन
- औसत – 21.92
- स्ट्राइक रेट – 115.56
- और हाल ही में पहली गेंद पर डक भी देखा गया।
संजू सैमसन को क्यों हटाया?
संजू सैमसन ने जब मौका मिला, तब ओपनिंग में शानदार फॉर्म दिखाई। पिछले साल के कुछ महीनों में उन्होंने T20 में तीन शतक जड़े — स्ट्राइक रेट भी 180+ रहा। लेकिन जैसे ही गिल टीम में लौटे, सैमसन को ओपनिंग से हटा दिया गया और बाद में टीम से भी बाहर कर दिया गया।
क्या चयन में दोहरी नीति है?
सवाल ये है — जब गिल का फॉर्म खराब है, फिर भी उन्हें लगातार मौके क्यों? और संजू जैसे खिलाड़ी को सिर्फ कुछ खराब पारियों के बाद क्यों बाहर किया गया? क्या कुछ खिलाड़ियों को लेकर टीम मैनेजमेंट ज़्यादा सहानुभूतिपूर्ण है?
गिल की थकावट
शुभमन गिल ने खुद माना है कि वो मानसिक रूप से थक चुके हैं। इंग्लैंड में टेस्ट, ऑस्ट्रेलिया में वनडे, फिर T20I — लगातार सफर, कप्तानी और रन की उम्मीदों का बोझ। इसका असर उनके खेल और फिटनेस दोनों पर साफ दिखा है।
क्या है अगला कदम?
क्या टीम मैनेजमेंट गिल को ब्रेक देगा?
क्या संजू सैमसन को उनकी पसंदीदा ओपनिंग पोजिशन पर दोबारा मौका मिलेगा?
या फिर “गिल प्रोजेक्ट” यूं ही चलता रहेगा, भले ही बाकी खिलाड़ी इसका शिकार होते रहें?
असली सवाल
गिल में टैलेंट है, ये सब मानते हैं। लेकिन परफॉर्मेंस से बड़ा कोई नहीं होता। जब तक रन नहीं आएंगे, तब तक न कोई कप्तान बनता है, न ही पोस्टर बॉय। और अगर परफॉर्म कर रहे खिलाड़ियों को जगह नहीं मिलेगी, तो फिर टीम कैसे संतुलित बनेगी?
FAQs
शुभमन गिल का T20I फॉर्म कैसा है?
15 पारियों में 263 रन, स्ट्राइक रेट 115.56।
संजू सैमसन को क्यों बाहर किया गया?
गिल को ओपनिंग देने के लिए सैमसन को मिडिल ऑर्डर में धकेला गया और फिर ड्रॉप किया गया।
क्या गिल को कप्तानी दी गई है?
हां, टेस्ट और वनडे कप्तान बनाए गए, T20 में उपकप्तान।
गिल खुद किस समस्या की बात कर चुके हैं?
उन्होंने मानसिक थकान की बात स्वीकार की है।
क्या टीम चयन में पक्षपात हो रहा है?
गिल को लगातार मौके और सैमसन को बाहर करना इस ओर इशारा करता है।









