क्रिकेट की दुनिया में कई नाम आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो आते ही धूम मचा देते हैं। वैभव सूर्यवंशी उन्हीं में से एक हैं। सिर्फ 14 साल की उम्र में उन्होंने ऐसा धमाका किया है कि अब उनका नाम इंडिया ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया में भी गूंज रहा है।
शतक का तूफान
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया U-19 के खिलाफ पहले युथ टेस्ट में उन्होंने जो कारनामा किया, वो किसी सीनियर प्लेयर से कम नहीं था। 78 गेंदों में शतक और फिर कुल 113 रन (86 गेंद, 9 चौके, 8 छक्के) की पारी ने सबको हैरान कर दिया।
पार्टनरशिप
इस मैच में जब बाकी बल्लेबाज़ जल्दी आउट हो गए, तब वैभव ने मोर्चा संभाला और वेदांत त्रिवेदी के साथ मिलकर 152 रन की जबरदस्त पार्टनरशिप की। कप्तान आयुष म्हात्रे और विहान मल्होत्रा तो ज्यादा देर टिक नहीं पाए, लेकिन वैभव का बल्ला रुकने का नाम नहीं ले रहा था।
कैच आउट
आखिरकार वो हैडन शिलर की बॉल पर एलेक्स ली यंग के हाथों कैच आउट हुए, लेकिन तब तक भारत U-19 की पारी 428 तक पहुंच चुकी थी। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया 8 रन पर 1 विकेट खो चुका था और अब भी भारत से 177 रन पीछे है।
शुरुआत कहां से
अब आप सोच रहे होंगे कि ये नाम अचानक कैसे छा गया? तो चलिए, थोड़ा पीछे चलते हैं।
घरेलू धमाल
वैभव की क्रिकेट जर्नी कोई नई नहीं है। उन्होंने पहले ही घरेलू क्रिकेट में इतिहास बना दिया था। 2023-24 रणजी ट्रॉफी सीजन में जब उन्होंने मुंबई के खिलाफ डेब्यू किया, तब उनकी उम्र सिर्फ 12 साल 284 दिन थी। वो सबसे कम उम्र में रणजी खेलने वाले खिलाड़ी बन गए थे।
IPL रिकॉर्ड
इसके बाद IPL 2025 ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया और तब वो सिर्फ 13 साल के थे। जी हां, IPL इतिहास के सबसे युवा खिलाड़ी वही हैं। और उन्होंने वहां भी कमाल कर दिया – 38 गेंदों में 101 रन की तूफानी पारी खेली।
तेज़ शतक
35 गेंदों में शतक पूरा करके उन्होंने भारतीय प्लेयर्स में सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड अपने नाम किया। सिर्फ क्रिस गेल उनसे आगे हैं, जिन्होंने 2013 में 30 गेंदों में शतक ठोका था।
ODI में गदर
यहीं नहीं रुके वैभव। युथ ODI सीरीज़ में भी उन्होंने गदर मचाया। ब्रिसबेन के इयान हीली ओवल में उन्होंने 39 से ज्यादा छक्के जड़ दिए और उन्मुक्त चंद का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
सितारा अभी का
अब अगर आप उन्हें “भविष्य का सितारा” कह रहे हैं, तो ज़रा रुकिए। वैभव सूर्यवंशी सिर्फ भविष्य नहीं हैं, वो तो अभी का भी सुपरस्टार हैं। उनकी बैटिंग में जो कॉन्फिडेंस, क्लास और मैच समझ है, वो कई सीनियर प्लेयर्स में भी नहीं दिखती।
सपनों से आगे
14 साल का ये लड़का अभी बहुत आगे जाएगा – लेकिन फिलहाल वो जो कर रहा है, वो भी किसी सपने से कम नहीं है।