भारतीय क्रिकेट को एक नया सितारा मिल गया है — 14 साल के वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने अपने धमाकेदार खेल से सभी को चौंका दिया है। उन्होंने यूथ ODI क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड बना दिया है।
रिकॉर्ड ब्रेकर
ब्रिसबेन में खेले गए India U-19 vs Australia U-19 मुकाबले में वैभव ने 68 गेंदों में 70 रन बनाए और अपने करियर का 41वां छक्का जड़ दिया। इसी के साथ उन्होंने उन्मुक्त चंद का रिकॉर्ड (38 छक्के) तोड़ दिया — और वो भी सिर्फ 10 पारियों में!
तेज़ रफ्तार
जहां उन्मुक्त चंद को 38 छक्कों तक पहुंचने में 21 पारियां लगीं, वहीं वैभव ने ये कारनामा महज़ 10 पारियों में कर दिखाया। ये दिखाता है कि वह सिर्फ टैलेंटेड नहीं, बल्कि ग़ज़ब के प्रभावशाली खिलाड़ी भी हैं।
टॉप छक्केबाज़
अब तक के टॉप 6 खिलाड़ी जिनके नाम यूथ ODI में सबसे ज्यादा छक्के हैं —
- वैभव सूर्यवंशी: 41
- उन्मुक्त चंद: 38
- जवाद अब्रार: 35
- शाहज़ैब खान: 31
- तौहीद ह्रिदोय: 30
- यशस्वी जायसवाल: 30
रिकॉर्डों की बारिश
वैभव के नाम कई रिकॉर्ड हैं जो उन्हें एक चाइल्ड प्रोडिजी साबित करते हैं।
सबसे तेज़ यूथ सेंचुरी
उन्होंने सिर्फ 52 गेंदों में शतक जड़कर पाकिस्तान के कामरान गुलाम का रिकॉर्ड तोड़ा।
सबसे कम उम्र में IPL सेंचुरी
IPL इतिहास के सबसे युवा सेंचुरियन बनने का गौरव उनके नाम है।
रणजी में सबसे कम उम्र में डेब्यू
12 साल और 284 दिन की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू कर इतिहास रच दिया।
10 छक्के एक पारी में
एक यूथ ODI मैच में भारत के लिए सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले खिलाड़ी बने।
सबसे कम उम्र का शतकवीर
13 साल और 188 दिन में शतक जड़कर दुनिया के सबसे युवा सेंचुरियन बने।
यूथ टेस्ट में तूफान
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 58 गेंदों में शतक — यूथ टेस्ट में दूसरी सबसे तेज़ सेंचुरी।
आंकड़ों की कहानी
- 540 रन, जिनमें से 26% सिर्फ बाउंड्रीज़ से आए हैं।
- छक्कों की संख्या किसी भी U-19 खिलाड़ी से इस उम्र में ज्यादा है।
कहां से हैं वैभव?
बिहार के समस्तीपुर से आने वाले वैभव की बैकग्राउंड बेहद साधारण है, लेकिन उनका टैलेंट असाधारण है। वो तकनीक और आक्रामकता का बेहतरीन मेल हैं, जो उन्हें बाकियों से अलग बनाता है।
कोचों की राय
क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैभव को अगर सही गाइडेंस और मैनेजमेंट मिले, तो वो फ्यूचर में टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर में जगह बना सकते हैं — या फिर एक भरोसेमंद फिनिशर के रूप में उभर सकते हैं।
क्या बनेगा अगला विराट?
इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धियां बीसीसीआई के लिए भी एक अलर्ट हैं। अब जरूरी है कि उनके टैलेंट को संभाला जाए। फिटनेस, मेंटल हेल्थ और गेम मैनेजमेंट सही रहा, तो वैभव अगले विराट या सचिन बनने की काबिलियत रखते हैं।