भारतीय क्रिकेट एक बार फिर विवादों में आ गया है। युवराज सिंह के पिता और पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने हाल ही में ऐसा बयान दिया है जिसने पूरे क्रिकेट जगत में तूफान ला दिया है। उन्होंने 1983 वर्ल्ड कप विनर कप्तान कपिल देव और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर सीधे सवाल उठाए हैं।
पुराना मामला
InsideSport से बातचीत में योगराज ने कहा, “मैच फिक्सिंग की वो फाइल कहां गई जो सुप्रीम कोर्ट में बंद कर दी गई थी? कपिल देव का नाम आया, मोहम्मद अजहरुद्दीन का नाम आया — पर आखिर क्यों उस फाइल को दोबारा नहीं खोला गया?” उनका इशारा 1997 के उस केस की ओर था जिसमें मनोज प्रभाकर ने पैसे ऑफर होने का आरोप लगाया था।
CBI की क्लीन चिट
बाद में CBI ने कपिल देव को इस केस में क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन योगराज का कहना है कि “कई बड़े लोगों के सिर गिर सकते थे,” इसलिए ये केस दबा दिया गया।
तीखी भाषा
योगराज ने सिर्फ कपिल देव ही नहीं, बल्कि बिशन सिंह बेदी और महेंद्र सिंह धोनी पर भी गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा, “इन लोगों ने कई खिलाड़ियों को बहुत बुरी तरह ट्रीट किया है। दो गलतियां मिलकर एक सही नहीं बनतीं।”
धोनी पर सीधा वार
महेंद्र सिंह धोनी को लेकर योगराज खासे नाराज़ दिखे। उन्होंने कहा कि धोनी ने कई टैलेंटेड खिलाड़ियों का करियर बर्बाद किया और अब इन सवालों से भागते हैं। “इरफान पठान, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह — सभी ने इसे लेकर बोला है,” उन्होंने कहा।
गिल्ट का सवाल
योगराज का मानना है कि अगर कोई जवाब देने से बचता है, तो इसका मतलब वो अंदर से गिल्टी है। “जिन्हें जवाब नहीं देना होता, उनके अंदर एक गिल्टी कॉन्शियस होता है,” उन्होंने कहा।
पुराना दर्द
योगराज के इस बयान के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या ये सिर्फ पर्सनल फ्रस्ट्रेशन है या वाकई कोई अनकही सच्चाई है? कुछ लोग इसे ‘सच बोलने की हिम्मत’ बता रहे हैं, तो कुछ इसे ‘पुरानी खुन्नस’ और ‘फेम पाने की कोशिश’ कह रहे हैं।
सिस्टम बनाम खिलाड़ी
ये बयान ऐसे वक्त आया है जब भारतीय क्रिकेट में खिलाड़ियों और सिलेक्शन सिस्टम के बीच खिंचाव लगातार चर्चा में है। कई पूर्व खिलाड़ी अब खुलकर बोलने लगे हैं कि उनके साथ नाइंसाफी हुई।
जांच जरूरी?
जब एक पूर्व क्रिकेटर इतने बड़े नामों पर खुले मंच से आरोप लगाता है, तो सवाल उठना लाज़मी है — क्या सिर्फ बयान देना काफी है या किसी जांच की भी जरूरत है?