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सौरव गांगुली के करियर की Top 5 पारियां

सौरव गांगुली के करियर की Top 5 पारियां : भारतीय क्रिकेट को बदलने का श्रेय सबसे ज्यादा पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को जाता है। गांगुली ने मैच फिक्सिंग से जूझ रही भारतीय टीम की कमान संभालते हुए टीम को एकजुट किया और उसके बाद कई शानदार प्रदर्शन करवाए। हालांकि गांगुली के बेहतरीन कप्तानी की वजह से बतौर बल्लेबाज उनके करियर को उतनी ख्याति नहीं मिली, जितनी की मिलनी चाहिए। सौरव गांगुली एक शानदार कप्तान होने के साथ-साथ एक बेहतरीन बल्लेबाज थे, जिन्होंने लम्बे समय तक भारतीय टीम के लिए रन बनाये।

बात की जाए सौरव गांगुली के टेस्ट करियर की तो इस बल्लेबाज ने अपने डेब्यू टेस्ट में ही शतक बनाकर धमाकेदार शुरुआत की थी और इसके बाद अगले मैच में एक और शतक बनाया था। सौरव गांगुली ने लम्बे समय तक भारत के लिए टेस्ट में मध्यक्रम में जिम्मेदारी संभाली और टीम के लिए बेहतरीन पारियां भी खेली हैं। गांगुली ने अपने टेस्ट करियर में 113 मैचों में 42.17 की औसत 7212 रन बनाये हैं। इस दौरान उन्होंने 16 शतक और 35 अर्धशतक लगाए हैं।

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वहीं गांगुली का वनडे करियर भी जबरदस्त रहा। इस बल्लेबाज ने 311 वनडे मैचों में 41.02 की औसत 11363 रन बनाये हैं। इस दौरान उन्होंने 22 शतक और 72 अर्धशतक लगाए हैं। साल 2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले गांगुली के करियर की टॉप 5 पारियों का जिक्र हम इस आर्टिकल में करने वाले हैं।

5. दादा की 131 रन की पारी बनाम इंग्लैंड

सौरव गांगुली को 1996 में अपने टेस्ट करियर का पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेलने का मौका मिला था। इस मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 344 रन का स्कोर खड़ा किया था और भारत के सामने स्विंग कर रही गेंद के सामने बल्लेबाजी की चुनौती थी।

भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही विक्रम राठौर के रूप में टीम को पहला झटका लगा। इसके बाद नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने आये गांगुली ने शानदार बल्लेबाजी की और 301 गेंदों में 20 चौके लगाते हुए 131 रन की पारी खेली। गांगुली की इस पारी की वजह से भारत ने 400 से भी अधिक का स्कोर बनाया।

4. गांगुली के 144 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया

2003-04 के ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत टीम ने टेस्ट सीरीज की शुरुआत एक ड्रॉ के साथ की और इसी के साथ सीरीज में अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। ब्रिस्बेन के मैदान में खेले गए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहली पारी में 323 रन बनाये थे।

पिच पर उछाल होने के कारण यह स्कोर भारत के लिए और भी मुश्किल था लेकिन सौरव गांगुली ने 196 गेंदों में 18 चौके लगाते हुए 144 रन की पारी खेली और भारत को पहली पारी में बढ़त हासिल करने में मदद की। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 284 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और भारत ने भी दूसरी पारी में 2 विकेट खोकर 73 रन बनाये और मैच ड्रॉ हो गया। यह सौरव गांगुली की सबसे यादगार पारियों में से एक है।

3. सौरव गांगुली के 239 रन बनाम पाकिस्तान

सौरव गांगुली की यह पारी मुश्किल समय में भारत के लिए आई थी और इस पारी में गांगुली के बल्ले का जलवा देखने को मिला। भारतीय टीम एक समय 614 के स्कोर पर संघर्ष कर रही थी और तब गांगुली ने आकर पाकिस्तानी गेंदबाजों के खिलाफ आक्रमण शुरू किया और दोहरा शतक जड़ दिया।

बेंगलुरु में खेले गए इस टेस्ट में गांगुली ने नंबर 5 पर आकर 361 गेंदों में 239 रन बनाये और पहली पारी में भारत को एक बड़ा स्कोर बनाने में मदद की। इस मैच गांगुली ने अपने टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर भी बनाया। यह गांगुली की सबसे अच्छी पारियों में से एक है।

2. प्रिंस ऑफ़ कोलकाता के 183 रन बनाम श्रीलंका

सौरव गांगुली की इस पारी को वनडे की बेहतरीन पारियों में से एक कहा जा सकता है। गांगुली ने इस पारी में अपनी जबरदस्त हिटिंग का प्रदर्शन किया और मैदान के चारों तरफ रन बटोरे। 1999 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ टॉन्टन में गांगुली ने विपक्षी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की।

भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपना पहला विकेट जल्दी खो दिया लेकिन इसके बाद गांगुली और द्रविड़ की रिकॉर्ड 318 रन की साझेदारी ने पूरे मैच का रूख बदल दिया। गांगुली ने इस मैच में 158 गेंदों में 17 चौकों और 7 छक्कों की मदद से 183 रन बनाये थे।

1. सौरव गांगुली के 141 रन बनाम दक्षिण अफ्रीका

2000 में आईसीसी नॉक आउट कप में, भारत का सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबला था था। गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। सचिन-गांगुली की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 66 रन जोड़े फिर तेंदुलकर आउट हो गए। गांगुली ने इसके बाद द्रविड़ और युवराज के साथ अहम साझेदारी कर भारत को 50 ओवरों में 295-6 तक पहुंचा दिया।

भारतीय कप्तान ने 99.30 की स्ट्राइक रेट से 142 गेंदों में 11 चौकों और 6 छक्कों के साथ 141 रन बनाए। जवाब में साउथ अफ्रीका 200 रनों पर सिमट गयी और भारत फाइनल में पहुँच गया। यह सौरव गांगुली की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक है।