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हार्दिक पांड्या को नहीं है टेस्ट टीम में मौका मिलने की उम्मीद, सफेद गेंद पर करेंगे फोकस

हार्दिक पांड्या इस बारे में बहुत स्पष्ट हैं कि उनके लिए अभी सीमित ओवरों का प्रारूप ज्यादा ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले 18 महीनों में दो वर्ल्ड कप होने वाले है।

हार्दिक पांड्या ने हाल ही में बल्ले और गेंद दोनों से जो फॉर्म दिखाया है। इसी वजह से फैंस सोच रहे है कि क्या उन्हें टेस्ट टीम में भी वापस बुलाया जा सकता है। भारतीय टेस्ट टीम में इस समय एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी साफ दिखाई दे रही है।

जब हार्दिक से इंग्लैंड के खिलाफ पहला टी20 इंटरनेशनल मैच जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में टेस्ट टीम में जगह बनाने को लेकर कहा कि उनका ध्यान अभी सीमित ओवरों की क्रिकेट पर है।

वो इस समय अभी आगे आने वाले दो बड़े वर्ल्ड कप आने वाले हैं जिसमें वह भारत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं।

हार्दिक ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि वह भविष्य में कौन से प्रारूप में खेलेंगे, लेकिन एक बात तय है कि सीमित ओवरों का प्रारूप अभी उनके दिमाग में है।

हालांकि, अगर ऐसी स्थिति पैदा होती है जहां उन्हें खेल का सबसे लंबा प्रारूप खेलने के लिए कहा जाएगा और उन्हें लगता है कि उनकी फिटनेस सबसे लंबे प्रारूप को बनाए रखने के लिए पर्याप्त है, तो वह खेलेंगे।

जब आप टीम को अपना 100% नहीं दे सकते तो खेलने में कोई मजा नहीं: हार्दिक पांड्या

हार्दिक पांड्या ने पहले मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में माइक एथरटन से बात करते हुए कहा था कि जब कोई खिलाड़ी 100% फिट नहीं होता है।

वह तब अपने भीतर जानता है कि वह टीम को अपना 100% नहीं दे पा रहा है तो वहां खेलने का कोई मतलब नहीं है और इसीलिए उन्होंने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद ब्रेक लिया था।

हार्दिक पांड्या के मुताबिक, वह भारतीय टीम में ऐसी स्थिति में वापसी करना चाहते थे, जहां वह बल्ले और गेंद दोनों से टीम के लिए अपना शत-प्रतिशत दे सकें।

दाएं हाथ के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में अपने करियर का पहला अर्धशतक लगाया था। उन्होंने 33 गेंद में 6 चौको और एक छक्के की मदद से 51 रन की पारी खेली थी।

वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 4 ओवर में 33 रन देते हुए 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है। उनके इसी शानदार प्रदर्शन की मदद से भारत को 50 रन से जीत मिली थी।

हार्दिक के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 62 मैच खेले है और 149.21 के स्ट्राइक रेट की मदद से 758 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने एक अर्धशतक लगाया है।

वहीं उन्होंने मध्यम गति से गेंदबाजी करते हुए 8.43 के इकॉनमी रेट की मदद से 47 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।

हार्दिक के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने 63 मैच खेले है और 32.97 के औसत की मदद से 1286 रन बनाये है। वनडे में उनके नाम 7 अर्धशतक दर्ज है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 5.60 के इकॉनमी रेट की मदद से 57 विकेट लिए है।

उन्होंने भारत के लिए 11 टेस्ट मैच भी खेले है और 31.29 की औसत के साथ 532 बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 4 अर्धशतक देखने को मिले है। टेस्ट में उन्होंने 17 विकेट लिए है।