भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस समय अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं हैं। ऐसे में पूर्व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव ने दाएं हाथ के बल्लेबाज रोहित पर सवाल उठाया है।
रोहित ने आईपीएल 2022 में मुंबई इंडियंस की कप्तानी की और 14 पारियों में 19.14 के औसत और 120.17 के स्ट्राइक रेट की मदद से सिर्फ 268 रन बना पाए और इस दौरान वो एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके थे।
रोहित को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज के लिए भी आराम दिया गया था,वह इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के लिए वापसी करेंगे।
टेस्ट में उनका फॉर्म आना मैनेजमेंट के लिए काफी चिंता का विषय रहा है और उन्होंने लीसेस्टरशायर के खिलाफ चार दिवसीय प्रैक्टिस मैच की पहली पारी में सिर्फ 25 रन बनाए।
हालाँकि पिछली बार जब रोहित शर्मा इंग्लैंड का दौरा किया था, तब उन्होंने शानदार प्रदर्शन करके दिखाया था लेकिन अब ऐसा होते हुए दिखाई नहीं देता।
क्या हो रहा है इसका जवाब सिर्फ रोहित शर्मा ही दे सकते हैं: कपिल देव
पूर्व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान ने खिलाड़ियों को आराम करने के कारण का पता लगाने में हुई मुश्किलों के बारे में बात की।
इसके बाद महसूस किया कि किसी भी महान खिलाड़ी के लिए सवाल उठना लाजिमी है अगर वे लंबे समय तक स्कोर बनाने में सफल नहीं रहते हैं।
उन्होंने सोचा कि क्या ज्यादा क्रिकेट की वजह से ऐसा हो रहा है और उन्हें लगा कि केवल रोहित के पास ही उनके फॉर्म की चिंताओं का जवाब है।
कपिल ने अनकट पर कहा, “आज यह जानना मुश्किल है कि किसे आराम दिया गया है या किसको आराम करने के लिए कहा गया है। इस बारे में सिर्फ सिलेक्टर्स को ही पता चलेगा। खिलाड़ी (रोहित) शानदार है, इसमें कोई शक नहीं है।
हालांकि अगर आप 14 मैचों में अर्धशतक नहीं बनाते हैं, तो सवाल उठेंगे, चाहे वह गैरी सोबर्स हों, डॉन ब्रैडमैन, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर या विव रिचर्ड्स हो।
क्या हो रहा है इसका जवाब सिर्फ रोहित ही दे सकते हैं। क्या यह (क्रिकेट) बहुत ज्यादा है या उन्होंने इसको एन्जॉय करना बंद कर दिया है?”
उन्होंने मैच को एन्जॉय करने के महत्व पर जोर दिया, चाहे वह कोहली हो या रोहित और कहा कि खराब फॉर्म जारी रहने के बाद संभावना कम होने लगती हैं।
उन्होंने कहा कि अगर वे बाहर हो जाते हैं तो वे टीम में नहीं लौट सकते हैं और स्वीकार किया कि जब वे फॉर्म से बाहर होते हैं तो उन्हें आराम करने के पीछे का कारण समझ में नहीं आता हैं।
उन्होंने कहा, “रोहित और विराट (कोहली) जैसे खिलाड़ियों को मैच को एन्जॉय करना चाहिए। वे कैसा महसूस करते हैं यह (उनके प्रदर्शन के लिए) बहुत महत्वपूर्ण है।”
आपको रन बनाने होंगे (फॉर्म में वापस आने के लिए)। आप केवल प्रसिद्धि के आधार पर बहुत दूर नहीं जा सकते। आखिरकार, मौके कम हो जाएंगे। 14 मैच के बाद आपको कितने मौकों की आवश्यकता होगी?
समझ में नहीं आता कि उन्हें आराम क्यों दिया जाता है। अगर ड्रॉप किया गया तो उन्हें खेलने का मौका कहां मिलेगा? यह देखना काफी मुश्किल है कि वे अब कैसे खेलते हैं।”
रोहित के टेस्ट करियर की बात की जाये तो उन्होंने भारत को 45 टेस्ट मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 46.13 की औसत के साथ 3137 रन बनाये है। इस दौरान वो 8 शतक, एक दोहरा शतक और 14 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है।
भारतीय कप्तान के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने 230 मैच खेले है और 48.6 की औसत की मदद से 9283 रन अपने खाते में जोड़े है। रोहित के नाम 29 शतक, 3 दोहरे शतक और 44 अर्धशतक दर्ज है।
इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए 125 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 139.55 के स्ट्राइक रेट के साथ 3313 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 4 शतक और 26 अर्धशतक देखने को मिले है।