पिछले हफ्ते दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच हुए आईपीएल मैच में हुए ‘नो बॉल विवाद’ का मुद्दा काफी गर्माया था जब अंपायर ने दूसरी पारी के अंतिम ओवर में कमर के करीब आई फुलटॉस को नो बॉल नहीं दिया था।
वो आखिरी ओवर ओबेद मकॉय कर रहे थे और बल्लेबाजी पर रोवमैन पॉवेल थे। इसके बाद कप्तान ऋषभ पंत काफी नाराज दिखाई दिए थे। उन्होंने डगआउट से बैठे हुए अपनी नाराजगी दिखाई।
वहीं असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे तो अंपायरों से फैसले पर बात करने के लिए मैदान में चले गए थे लेकिन अंत में अंपायर्स फैसले पर ही बने रहे और वे रिव्यू के लिए वो थर्ड अंपायर के पास नहीं गए।
उस मैच के बाद पंत और आमरे दोनों पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगा दिया गया था वहीं आमरे पर एक मैच का बैन भी लगाया था। अब इस पर मुंबई इंडिंयस के कोच महेला जयवर्धने ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
जयवर्धने ने आईसीसी रिव्यू कार्यक्रम में कहा, ”यह आगे भी देखने को मिल सकता हैं और हमें इस पर ध्यान देना चाहिए क्या कोई ऐसा विकल्प है कि तीसरा अंपायर इन चीजों को देखे और मैदानी अंपायर को इस बारे में बताना चाहिए कि गेंद को चेक किया जाए?
यह देखकर दुख होता है कि जब आप खेल रोक देते हो और लोग मैदान पर आ जाते हैं। लेकिन दिल से कहूं तो ये सिर्फ भावनाएं थीं जो अंतिम ओवर में दिखाई दे रही थी।
कुछ छक्के लगने की वजह से मैच रोमांचक हो गया था। आमरे का मैदान में आना खेल के लिए अच्छा नहीं था।”
उन्होंने आगे कहा, ”हालांकि नियम के अनुसार आप इन चीजों को चेक करने के लिए तीसरे अंपायर तक नहीं जा सकते हैं। किसी खिलाड़ी या कोच के लिए मैदान पर आने का कोई विकल्प नहीं होता हैं।
हम कोचों के पास आईपीएल में टाइम आउट के दौरान मैदान पर जानें का मौका मिलता हैं और तभी कोच या कोई और मैदान पर आए।”
जयवर्धने ने बताया कि उन्होंने अपनी मुंबई इंडियंस टीम के साथ इस घटना को लेकर बातचीत की और उन्हें मैच के दौरान अपने दायित्वों के बारे में समझाया।
जयवर्धने ने कहा, ”हम यह सब टीवी पर देख रहे थे। ज्यादातर खिलाड़ी एक साथ मैच देख रहे थे और मैच के बाद हमने इस पर बातचीत की।
हम भी हो सकता है कि डगआउट में इसी तरह से बर्ताव करते लेकिन मैदान पर जानें का कोई मतलब नहीं बनता हैं।
इस तरह से चीजें नहीं होनी चाहिए और मुझे पूरी उम्मीद है कि पंत और आमरे को भी पछतावा हो रहा होगा। मेरा मानना है पंत ने जो भी कहा वह भावनाओं में कहा और अब इसे भूलकर आगे बढ़ जाना चाहिए।”
उस मैच में राजस्थान रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 2 विकेट खोकर 222 रन का स्कोर खड़ा किया था। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन जोस बटलर ने बनाये।
उन्होंने 65 गेंद में 9 चौको और 9 छक्कों की मदद से 116 रन की शतकीय पारी खेली थी। लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 207 रन ही बना पायी और 15 रन से मैच हार गयी।
टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन ऋषभ पंत ने बनाये। उन्होंने 24 गेंद में 4 चौको और 2 छक्कों की मदद से 44 रन की पारी खेली। वही अंत में पॉवेल ने 15 गेंद में 5 छक्के की मदद से 34 रन की पारी खेली थी और मैच को रोमांचक बना दिया था।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम अब अपना अगला मैच 28 अप्रैल को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेलेगी। वो इस मैच को हर हाल में जीतना चाहेगी। पंत की टीम ने अभी तक 7 मैच खेले है जिनमें से टीम को 3 में जीत और 4 में हार का सामना करना पड़ा है।