डेविड वार्नर पिछले साल सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में शामिल थे। हालांकि बीच में टीम मैनेजमेंट के साथ कुछ विवाद हो गया था।
इस वजह से फ्रेंचाइजी ने वार्नर को बीच सीजन में से ही कप्तानी से हटा दिया दिया और बाद में उन्हें प्लेइंग इलेवन से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
अब इस चीज पर पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंदर सहवाग ने कहा है कि सनराइजर्स हैदराबाद का डेविड वॉर्नर को फ्रेंचाइजी से अलग करना एक बड़ी गलती थी।
इस पूर्व क्रिकेटर का कहना है कि दोनों के बीच जो भी मुद्दे थे उन्हें सुलझाया जा सकता था और हैदराबाद फ्रैंचाइजी को वॉर्नर को अपनी साथ बनाये रखना चाहिए था।
इसके बाद मेगा नीलामी में बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को दिल्ली कैपिटल्स ने 6.25 करोड़ में अपनी टीम में शामिल कर लिया था। वार्नर ने भी इस सीजन में दिल्ली के लिए अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है।
वार्नर ने इस सीजन में 12 मैच खेले है और 432 रन बनाये है। इस दौरान वार्नर 5 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है। वो दिल्ली के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज है।
क्रिकबज पर वॉर्नर को लेकर वीरेंदर सहवाग ने कहा, ” मेरे हिसाब से डेविड वॉर्नर को रिलीज करना सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा की गयी सबसे बड़ी गलती रही है। चाहे कुछ भी हो जाए, उन्हें उसे जाने नहीं देना चाहिए था।
अगर कोई भारतीय कप्तान बयान दे देता है तो चयनकर्ता उसे न तो हटाते हैं और न ही कप्तानी छीनते हैं। हैदराबाद के टीम मैनेजमेंट को वॉर्नर को सपोर्ट करना चाहिए था, जो उन्होंने नहीं किया। अगर वे होते, तो वह अभी भी टीम का हिस्सा होते।
सहवाग ने वार्नर के मैच्योरिटी के साथ खेलने को लेकर तारीफ की
सहवाग ने कहा, “वॉर्नर ने अपने खेलने का तरीका बदला है। वह परिस्थिति के अनुसार खेलते हैं। उन्होंने अटैकिंग क्रिकेट के साथ शुरुआत की थी।
अब वह खेल को भी कंट्रोल करने लगे है और अंत तक टिके रहने की कोशिश किया करते है जो एक बहुत अच्छे खिलाड़ी की निशानी होती हैं।”
वार्नर से आजीवन कप्तानी का बैन हटा देना चाहिए- वॉटसन
वहीं पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने डेविड वार्नर को लेकर कहा है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को उनके ऊपर से आजीवन कप्तानी की भूमिका से बैन हटा देना चाहिए।
वार्नर को 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में तीसरे टेस्ट के दौरान गेंद से छेड़छाड़ के मामलें में कप्तान स्टीव स्मिथ और उन पर एक साल का बैन लगा दिया था और जिस कारण वो एक साल तक मैदान से दूर रहे थे।
वहीं बाएं हाथ के बल्लेबाज को गेंद से छेड़छाड़ के मामलें में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के भीतर किसी भी टीम की कप्तानी की भूमिका निभाने से आजीवन बैन लगा दिया गया था।
वार्नर ने नौ टी20 इंटरनेशनल मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की है जिसमें से आठ मैच उन्होंने जीते हैं।
वॉटसन ने ग्रेड क्रिकेटर के साथ बातचीत में कहा, “यह मेरी राय है, और मुझे पता है कि कुछ हिस्सों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के भीतर उन्होंने अपना समय दिया है।”
“वह एक बड़ी गलती में शामिल था लेकिन उन्हें कई तरह से कड़ी सजा दी गई है। इस चीज से वो पूरी तरह से टूट गए थे। उन्होंने अपना समय पूरा कर लिया है।
गलतियां सबसे होती हैं। कुछ दूसरों की तुलना में अधिक पब्लिक हो जाती हैं, कुछ दूसरों की तुलना में बदतर हैं, लेकिन आपको क्षमा करने की अनुमति है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि यह बेतुका है कि उन्हें एक टीम की कप्तानी करने की अनुमति नहीं है, चाहे वह बिग बैश टीम हो या ऑस्ट्रेलियाई टीम। मेरे हिसाब से उन पर से ये बैन हटा देना चाहिए।”