दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी बल्लेबाज डेविड मिलर ने बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे सेमीफाइनल में शानदार शतक जमाया, लेकिन उनकी यह बेहतरीन पारी भी टीम को जीत नहीं दिला सकी। मिलर ने आखिरी गेंद पर अपना शतक पूरा किया और अंत तक संघर्ष करते रहे, लेकिन उनकी टीम 50 रनों से हार गई। इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने फाइनल में प्रवेश कर लिया, जहां रविवार को उसका मुकाबला भारत से होगा।
डेविड मिलर का संघर्ष
हेनरिक क्लासेन के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे डेविड मिलर ने शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने एडन मार्करम के साथ 22, मुल्डर के साथ 11, यानसेन के साथ 12, केशव महाराज के साथ 6, रबाडा के साथ 38 और लुंगी एनगिडी के साथ नाबाद 56 रन की साझेदारी निभाई। हालांकि, यह साझेदारियां टीम को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं रहीं।
दक्षिण अफ्रीका की हार की कहानी
न्यूजीलैंड द्वारा दिए गए 363 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम 50 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 312 रन ही बना सकी। डेविड मिलर ने 67 गेंदों पर 100 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 10 चौके और चार छक्के शामिल थे।
रेसी वान डेर डुसेन (69) और कप्तान तेंबा बावुमा (56) ने भी महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाए। वान डेर डुसेन और बावुमा के बीच दूसरे विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी हुई, लेकिन बाकी बल्लेबाज बड़ा योगदान नहीं दे सके।
न्यूजीलैंड की धमाकेदार बल्लेबाजी
इससे पहले न्यूजीलैंड ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 362/6 का स्कोर खड़ा किया, जो इस टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बन गया। सलामी बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने 108 और कप्तान केन विलियमसन ने 102 रनों की शानदार पारी खेली। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 164 रन जोड़े।
अंत में ग्लेन फिलिप्स (नाबाद 49, 27 गेंद) और डेरिल मिचेल (49 रन, 37 गेंद) ने पांचवें विकेट के लिए 30 गेंदों में 57 रन जोड़कर टीम के स्कोर को 350 के पार पहुंचा दिया। न्यूजीलैंड ने अंतिम 10 ओवरों में 112 रन जोड़े, जिससे उनकी टीम एक बड़े स्कोर तक पहुंचने में सफल रही।
फाइनल का रोमांच
अब न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में भारत के खिलाफ भिड़ेगी। यह मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। दरअसल, भारत ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था, इसलिए अगर भारतीय टीम फाइनल में न पहुंचती, तो खिताबी मुकाबला लाहौर में खेला जाता।