टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले Top 3 बल्लेबाज : टेस्ट क्रिकेट भले ही खिलाड़ियों के कौशल और धैर्य को परखने के लिए सबसे अच्छा प्रारूप माना जाता है, लेकिन आम दर्शकों के लिए यह प्रारूप सीमित ओवरों के क्रिकेट जितना मनोरंजक नहीं रहा है। इसका कारण यह है कि टेस्ट क्रिकेट हमेशा से ही धीमी गति से खेला गया है और इसमें उतने ज्यादा चौके या छक्के देखने को नहीं मिलते हैं।
हालांकि, वीरेंद्र सहवाग, क्रिस गेल, एडम गिलक्रिस्ट, डेविड वार्नर जैसे कुछ ऐसे भी बल्लेबाज रहे हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में भी अपने ताबड़तोड़ खेल से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया है।
आइये देखते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वाले Top 3 बल्लेबाज कौन से हैं।
3. मिस्बाह-उल-हक ने जब टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वालों में जगह बनाई
ये नाम काफी चौकने वाला है क्योंकि मिस्बाह-उल-हक की बड़े बड़े छक्के मारने की क्षमता से तो हर कोई भली भांति परिचित है, लेकिन वह ज्यादातर समय पर रक्षात्मक बल्लेबाजी से संतुष्ट दिखते थे। उनकी धीमी बल्लेबाजी शैली ने उन्हें एक समय पर ‘टुक-टुक’ का उपनाम दे दिया था।
अबुधाबी में ऑस्ट्रेलिया के साथ दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में मिस्बाह के क्रीज पर आने से पहले पाकिस्तान ने 461 रन की बढ़त हासिल कर ली थी। वह पहले ही पहली पारी में शतक बना चुके थे और पारी घोषित करने से पहले तेजी से रन बनाने के लिए मैदान में आये थे।
पहले से ही थक चुके ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण के पास मिस्बाह को रोकने की कोई तरकीब नहीं थी। इसका फायदा उठाते हुए मिस्बाह ने मैदान के चारों ओर, विशेषकर लेग साइड में में अपने पसंदीदा शॉट खेले। 40 साल की उम्र में भी उनका फुटवर्क शानदार था।
उन्होंने स्पिनरों खासकर स्टीव स्मिथ को निशाना बनाया। उन्होंने स्मिथ के एक ओवर में 3 छक्के लगाए और कुल मिलाकर उनकी 11 गेंदों पर 38 रन बनाए थे। मिस्बाह ने 57 गेंदों में 11 चौकों और 5 छक्कों की मदद से अपना शतक पूरा किया और पाकिस्तान की जीत सुनिश्चित कर दी।
2. पहले विव रिचर्ड्स के नाम था टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक
विव रिचर्ड्स एक ऐसे बल्लेबाज थे, जिनके पास आक्रामकता के साथ अच्छी तकनीक भी थी। जब भी वह बल्लेबाजी करते थे तो उनके बल्ले से रन बनते नहीं बहते थे और गेंदबाजों के पास अमूमन इसका कोई तोड़ नहीं होता था।
वेस्टइंडीज ने 1986 की श्रृंखला के पहले चारों टेस्ट मैच जीते थे और इसलिए अंतिम मैच महज एक औपचारिकता मात्र था। मेजबान टीम ने पहली पारी में अच्छी बढ़त हासिल की और इस टेस्ट का नतीजा साफ दिख रहा था।
हालांकि, रिचर्ड्स खेल में कुछ रोमांच डालते हुए दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आये। उन्होंने हर गेंद पर प्रहार किया और आलम यह था कि उनके बल्ले से लगी मिसहिट भी बाउंड्री तक पहुंच रही थी। यह रिचर्ड्स का दिन था और उन्होंने मात्र 56 गेंदों पर उस समय का सबसे तेज शतक बनाया। उन्होंने 58 गेंदों की अपनी पारी के दौरान सात छक्के और सात चौके लगाए।
1. ब्रेंडन मैकुलम के बनाया है टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक
सन्यास की घोषणा करने के बाद ब्रेंडन मैकुलम 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब क्राइस्टचर्च में अपने आखिरी मैच में क्रीज पर उतरे तो कीवी टीम संकट में थी। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद न्यूजीलैंड ने 19 ओवर में 32 रन पर तीन विकेट गवां दिए थे। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पूरी तरह से हावी थे। कीवी कप्तान मैकुलम ने आते ही गेंदबाजो को निशाना बनाना शुरू किया और मैदान के चारों ओर शॉट खेले।
उन्होंने अपनी धुआंधार पारी में 21 चौके और छह छक्के लगाए और जोश हेजलवुड, जेम्स पैटिंसन और नाथन लायन में से किसी को नहीं बक्शा। उन्होंने जेम्स पैटिंसन की गेंद को कवर बाउंड्री के बाहर भेजते हुए उन्होंने सिर्फ 54 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। यह अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक था।
न्यूजीलैंड भले ही यह टेस्ट हार गया, लेकिन आखिरी टेस्ट में मैकुलम ने सबसे तेज शतक लगाकर इतिहास की पन्नो में अपना नाम दर्ज करा दिया।