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3 कारण क्यों मोहम्मद शमी को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारत की प्लेइंग इलेवन में होना चाहिए

भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप 2022 में रविवार को अपने प्रबल विरोधी पाकिस्तान के खिलाफ भिड़ेगी। हालांकि टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही भारत को बड़ा झटका लग गया गया था क्योंकि जसप्रीत बुमराह चोट के कारण बाहर हो गए थे।

भारतीय चयन समिति ने बुमराह की जगह दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया है। शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में शानदार गेंदबाजी की थी।

शमी एक अनुभवी गेंदबाज हैं और उन्हें टीम में शामिल करने से कुछ हद तक बुमराह की गैरमौजूदगी की भरपाई हो जाएगी और इसकी झलक उन्होंने प्रैक्टिस मैच में दिखा दी थी।

उन्होंने पिछले साल के टी20 वर्ल्ड कप के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रैक्टिस मैच से भारत की टी20 टीम में वापसी की थी।

फिलहाल क्रिकेट जगत में इस बात को लेकर बहस चल रही है कि शमी को भारत की फाइनल प्लेइंग 11 में शामिल किया जाए या नहीं किया जाए।

तो आज हम आपको उन 3 कारणों के बारे में बताने जा रहे है कि क्यों शमी को रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच में भारत की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होना चाहिए।

1. मोहम्मद शमी का अनुभव

मोहम्मद शमी के पास इंटरनेशनल क्रिकेट का बहुत बड़ा अनुभव है और यह टी20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में बहुत उपयोगी रहने वाला है।

दिलचस्प बात यह है कि शमी के पास ऑस्ट्रेलिया में खेलने का भी काफी अनुभव है और उन्होंने वहां अच्छा प्रदर्शन किया है।

शमी का भारतीय टीम में शामिल होना जरूरी है क्योंकि टीम में अन्य तेज गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया में खेलने का ज्यादा अनुभव नहीं है। शमी ने आईसीसी टूर्नामेंट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।

उन्होंने 2019 वनडे वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन किया था। यही वजह है कि अगर शमी को पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल 11 में मौका मिलता है तो इसका फायदा निश्चित तौर पर भारतीय टीम को मिलेगा।

2. ऑस्ट्रेलिया में पिचें शमी की गेंदबाजी शैली के अनुकूल है

शमी की गेंदबाजी के लिए ऑस्ट्रेलियाई पिचें सबसे उपयुक्त रहने वाली हैं। ऑस्ट्रेलिया की लगभग सभी पिचों में अच्छी उछाल है और यह शमी की ताकत में से एक हो सकता हैं।

दाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज इस उछाल का अच्छी तरह से इस्तेमाल कर सकता हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि निश्चित तौर पर यह भारतीय टीम के लिए अहम फैक्टर हो सकता हैं।

शमी के पास अच्छी शॉट पिच गेंदबाजी करने की स्किल्स है और ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में ऐसी गेंदबाजी के खिलाफ स्कोर करना थोड़ा मुश्किल है।

इसलिए टी20 वर्ल्ड कप के पहले मैच में शमी को फाइनल 11 में शामिल करना जरूर है। शमी के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 17 मैच में भारत को रिप्रेजेंट करते हुए 9.55 के इकॉनमी रेट से 18 विकेट लिए है।

3. प्रैक्टिस मैच में अच्छा प्रदर्शन

मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया प्रैक्टिस मैच में शानदार गेंदबाजी की थी। लंबे समय से क्रिकेट से दूर रहे शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में सिर्फ एक ओवर फेंका, लेकिन उनकी लय काफी अच्छी थी।

उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट निकाले और एक विकेट रन आउट के रूप में आया। शमी की इस शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारतीय टीम 6 रन से मैच जीतने में सफल रही।

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज शमी का अच्छा फॉर्म भारतीय टीम के लिए अच्छी खबर है और निश्चित रूप से वह पाकिस्तान के खिलाफ शानदार गेंदबाजी कर सकते हैं।