आईपीएल 2022 की शुरुआत 26 मार्च से वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के मैच के साथ होगी। धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने पिछले साल चौथी बार खिताब को अपने नाम किया था।
इस साल वो एक बार फिर खिताब जीतने के इरादे से उतरेंगे। हालांकि पिछले दो सीजन से धोनी बल्ले से रन बनाने में नाकाम रहे। धोनी ने पिछले आईपीएल में 16 मैच खेले थे और 106.54 के स्ट्राइक रेट की मदद से मात्र 114 रन बनाये थे।
वहीं आईपीएल 2020 में उनके बल्ले से 116.27 के स्ट्राइक रेट की मदद से 200 रन बनाये थे। पिछले 2 सीजन से वो अर्धशतक भी नहीं लगा पाए है।
पिछले साल धोनी ने प्लेऑफ में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 6 गेंदों में 18 रन की पारी खेलते हुए जीत दिला दी थी और फिनिशर की भूमिका निभाई थी।
हालांकि पूर्व क्रिकेटर रितिंदर सोढ़ी का मानना है कि धोनी में अब वो पहले जैसे फिनिशर की बात नहीं रह गयी है।
उन्होंने कहा, “धोनी निचले क्रम में बल्लेबाजी करने आते है और मेरे हिसाब से उन्हें अपनी फिनिशिंग स्किल्स के साथ ऊपरीक्रम में आकर बल्लेबाजी करनी चाहिए।
इससे चेन्नई और धोनी दोनों को फायदा होगा। यदि वे 10वें और 11वें ओवर में बल्लेबाजी करने आएंगे तो अपना समय लेकर बाद में तेजी से रन बना सकते है।
धोनी ने सीएसके के लिए कई सालों तक प्रमुख खिलाड़ी की भूमिका निभाईं है लेकिन सोढ़ी का मानना है कि इस बार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा पर ज्यादा ध्यान रहने वाला है।
जडेजा ने कंधे की चोट से वापसी के बाद से जडेजा शानदार फॉर्म में है उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 175 रन की पारी खेली। गेंदबाजी में भी कमाल कर रहे है। जडेजा साबित कर चुके हैं कि उन्हें कम्पलीट पैकेज क्यों कहते है।
उन्होंने कहा, “रविंद्र जडेजा की फॉर्म काफी अहम रहने वाली है। उन्होंने मोहाली टेस्ट मैच में जिस तरह से बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और जिस तरह से वो गेंदबाजी कर रहे हैं, ये चेन्नई के लिए अच्छे संकेत की और इशारा कर रहे है।
जडेजा अगर वह फॉर्म में रहते हैं तो चेन्नई को आईपीएल फाइनल में पहुंचा सकते है। रवींद्र जडेजा और धोनी जैसे सभी भी बड़े खिलाड़ियों को ज्यादा जिम्मेदारी लेकर खेलना होगा।
धोनी के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 220 मैच खेले है और 135.83 रेट की मदद से 4746 रन बनाये है। इस दौरान धोनी 23 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है।