Site icon स्पोर्ट्स जागरण

आईपीएल के इतिहास में एक विकेट से जीत दर्ज करने वाली 3 टीमें

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) विश्व की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में से एक है। बहुत कम टूर्नामेंट में आईपीएल जैसी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। आईपीएल में प्रतिस्पर्धा का स्तर इतना ऊंचा होने का एक मुख्य कारण यह है कि दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर इस टूर्नामेंट में भाग लेते हैं।

पिछले संस्करण में, प्रशंसकों ने मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के बीच आईपीएल मैच में पहली बार दो सुपर ओवर देखे। इससे पहले फैंस ने कई टीमों को आईपीएल मैचों में एक रन से जीत दर्ज करते भी देखा था।

जब बल्लेबाज़ी करने वाली टीम अपने नौ विकेट गँवा चुकी होती है, तो आम तौर पर गेंदबाजी करने वाली टीम का दबदबा होता है। ऐसे वक्त में जीत हासिल करना एक बड़ी बात मानी जाती है।

आज हम उन 3 मैचों पर गौर करेंगे जब बाद में बल्लेबाज़ी करने वाली टीम ने अंत तक हार नही मानी और मैच को एक विकेट से अपने नाम किया।

1.पंजाब किंग्स बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स, आईपीएल 2015

दर्शकों ने आईपीएल के पहले संस्करण के दौरान ही एक रन से जीत देखी थी, लेकिन वर्ष 2015 में पहली बार आईपीएल में एक टीम ने एक विकेट से जीत दर्ज की।कोलकाता नाइट राइडर्स यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली फ्रेंचाइजी थी।

ईडन गार्डन्स में पंजाब किंग्स के खिलाफ खेलते हुए केकेआर ने 184 रनों के लक्ष्य को नौ विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।

पंजाब किंग्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की। ग्लेन मैक्सवेल की 23 गेंदों में 42 रन की पारी ने पंजाब को अच्छी स्थिति में पहुँचाया, लेकिन सुनील नरेन के चार विकेट लेने से केकेआर ने मेहमान टीम को 20 ओवरों में 183/5 पर रोक दिया।

जीत के लिए 184 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर की शुरुआत अच्छी रही। शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के अच्छा योगदान दिया और आंद्रे रसेल के अर्धशतक ने केकेआर को लक्ष्य के करीब पहुंचाया।

पंजाब किंग्स ने वापसी की और केकेआर के विकेट 7 विकेट गिर चुके थे।  लेकिन ब्रैड हॉग रन आउट हो गए। अनुरीत सिंह की तीसरी गेंद पर पीयूष चावला ने छक्का लगाया लेकिन अगली ही गेंद पर उनका विकेट गिर गया।

केकेआर को जीत के लिए एक की जरूरत थी। उमेश यादव और सुनील नरेन बल्लेबाज़ी के लिए मौजूद थे। पांचवीं गेंद नरेन के पैड पर लगी और बल्लेबाज़ों ने जल्दी से लेग-बाय का रन चुरा लिया और केकेआर ने अपने घर पर 1 विकेट से रोमांचक जीत हासिल की।

2. मुंबई इंडियंस बनाम चेन्नई सुपर किंग्स, आईपीएल 2018

चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 साल के अस्थायी निलंबन के बाद 2018 में आईपीएल में वापसी की। उन्होंने उस सीजन पहले मैच में मुंबई इंडियंस का सामना किया। मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 165 रन बनाए।

जवाब में सीएसके की बल्लेबाज़ी शुरु से ही दबाव में नज़र आई। 16.3 ओवरों के बाद सीएसके का स्कोर 118/8 था। इसके बाद ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने 68 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली और मैच सीएसके की ओर पलट दिया।

कैरेबियाई स्टार ने अपनी 30 गेंदों की पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए।  हालांकि, अंतिम ओवर में वे आउट हो गए। इसके बाद केदार जाधव, जो पारी के दौरान चोटिल हो गए थे सीएसके के लिए बल्लेबाज़ी करने उतरे।

आखिरी ओवर में सात रनों की जरूरत थी। जाधव ने मुस्तफिजुर रहमान की पहली तीन गेंदों पर कोई रन ना बनाया। फिर इसके बाद उन्होंने एक छक्का और एक चौका लगाकर सीएसके को एक विकेट की यादगार जीत दिलाई।

3. मुंबई इंडियंस बनाम सनराइजर्स हैदराबाद, आईपीएल 2018

मुंबई इंडियंस को 2018 के आईपीएल संस्करण में दूसरी बार एक विकेट से हार का सामना करना पड़ा। हैदराबाद में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलते हुए, मुंबई इंडियंस ने पहली पारी में कुल 147 रन बनाए।

148 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद को अच्छी अच्छी शुरुआत मिली। शुरुआती साझेदारी 62 रनों की हुई लेकिन इसके बावजूद एक समय पर हैदराबाद का स्कोर 137/9 हो गया था।

मुंबई इंडियंस के लिए मयंक मार्कंडेय ने चार विकेट लिए, जबकि मुस्तफिजुर रहमान ने हैदराबाद के तीन बल्लेबाजों को पविलियन भेजा। ऐसा लग रहा था कि रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस आसानी जीत हासिल करेंगी, लेकिन दीपक हुड्डा और बिली स्टेनलेक ने अंत तक हार नही मानी।

अंतिम ओवर में सनराइजर्स हैदराबाद को जीत के लिए 11 रनों की ज़रूरत थी। हुड्डा ने पहली गेंद पर छक्का लगाया, लेकिन अगली चार गेंदों पर केवल चार ही रन बने।

आखिरी गेंद में जीत के लिए एक रन चाहिए था। बिली स्टेनलेक ने गेंद को 30 गज के घेरे के ऊपर से उछाल के मारा, और गेंद सीमा रेखा तक चली गई जिससे सनराइजर्स हैदराबाद ने एक विकेट की जीत दर्ज की।

यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या आईपीएल 2021 के दूसरे भाग में इस लिस्ट में कोई नया नाम जुड़ता है या नहीं।