इस साल का टी20 वर्ल्ड कप 2022 में अक्टूबर 16 से 13 नवंबर तक खेला जाएगा। सभी टीमें इसकी तैयारी में लगी हुई है। इस वर्ल्ड कप में कौन बाजी मारेगा ये आने वाले समय में पता चल जाएगा।
वहीं टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटी भारतीय टीम इस समय दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस समय अपने घेरलू मैदान पर 5 मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेल रही है।
भारत इस समय सीरीज में 2-0 से पीछे चल रहा है। इस सीरीज में नियमित कप्तान रोहित शर्मा को आराम दिया गया है। इसी वजह से केएल राहुल को कप्तान बनाया गया था।
हालांकि इस सीरीज की शुरुआत से पहले भारत को झटक लग गया था क्योंकि राहुल कमर की चोट की कारण पूरी सीरीज से बाहर हो गए थे। उनकी जगह कप्तानी ऋषभ पंत कर रहे है।
वहीं अब पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने केएल राहुल के टी20 वर्ल्ड कप 2022 में उनके खेलने की पोजीशन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
केएल राहुल को मिडिल आर्डर में खेलना चाहिए- गौतम गंभीर
उनका कहना है कि टी20 वर्ल्ड कप में केएल राहुल से पारी की शुरुआत ना करवाई जाये। पारी की शुरुआत रोहित शर्मा के साथ ईशान किशन से करवाई जाए।
गंभीर का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया की बाउंसी पिचों पर किशन काफी कारगर साबित होंगे और बाएं हाथ का यह बल्लेबाज टीम में एक्स फैक्टर लेकर आता हैं। वहीं केएल राहुल को मिडिल आर्डर में खेलना चाहिए।
स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत के दौरान इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, “सवाल ये उठता है कि केएल राहुल, रोहित शर्मा और विराट कोहली की वापसी के बाद क्या किशन से पारी की शुरुआत कराई जाएगी।
आप हमेशा एक्स फैक्टर के बारे में बात किया करते हैं और वो बिना डरे खेलते हैं। किशन के बल्ले से रन निकले या ना निकले टीमें उनसे डरती हैं।
क्या भारतीय टीम रोहित के साथ उनसे पारी की शुरुआत करवाएगी और केएल राहुल से मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करवाएगी। हालांकि मुझे लगता हैं कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों में उनसे ओपन करवाए।
मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ कि क्योंकि उन्हें बैकफुट पर खेलना पसंद हैं और लेंथ बॉल को काफी अच्छी तरह से खेला करते हैं। मुझे लगता है कि ईशान किशन को टी20 वर्ल्ड कप के लिए मौका देना चाहिए।”
मुझे जो मौके मिलेंगे मैं उसमें अपना बेस्ट दूंगा- ईशान किशन
वहीं ईशान किशन ने कहा हैं कि, “केएल राहुल और रोहित शर्मा जब वापसी करेंगे तो वो ये नहीं कहेंगे कि उनसे पारी की शुरुआत करवाई जाए।
किशन को लगता हैं कि नियमित सलामी बल्लेबाज के आने के बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर भी बैठना पड़ेगा लेकिन इसके बावजूद उन्हें जितने भी मैच खेलने के मौके मिलेंगे उसमें वो अपना बेस्ट देने की कोशिश करने से पीछे नहीं हटेंगे।