दक्षिण अफ्रीका आईसीसी टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे बदकिस्मत टीमों में से एक रही है। सबसे मजबूत स्क्वॉड में से एक के साथ टूर्नामेंट में प्रवेश करने के बावजूद, प्रोटियाज किसी तरह चैंपियंस बनने से चूक जाता हैं।
ऐसा नहीं है कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने सभी नॉकआउट मैचों में खराब प्रदर्शन का नजारा पेश किया है। कई बार किस्मत ने भी टीम का साथ नहीं दिया।
तो इसी चीज को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको 4 घटनाओं के बारे में बताने जा रहे है जब आईसीसी टूर्नामेंट में किस्मत ने दक्षिण अफ्रीका का साथ नहीं दिया।
1. दक्षिण अफ्रीका बनाम जिम्बाब्वे, आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022
दक्षिण अफ्रीका को जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना महत्वपूर्ण टी20 वर्ल्ड कप मैच जब बारिश से धुल गया तो उन्हें 24 गेंदों में 13 रनों की जरूरत थी और उनके हाथ में 10 विकेट थे।
जीत के इतने करीब होने के बावजूद, टेम्बा बावुमा की कप्तानी वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अपनी लड़ाई से केवल एक अंक अर्जित किया।
2. दक्षिण अफ्रीका बनाम न्यूजीलैंड, वर्ल्ड कप 2015
![](https://i0.wp.com/sportsjagran.com/wp-content/uploads/2022/10/ww.jpg?resize=594%2C396&ssl=1)
2015 का वनडे वर्ल्ड कप जीतने के लिए दक्षिण अफ्रीका सबसे पसंदीदा टीमों में से एक थी। हालांकि, टॉस, मौसम और डी/एल पद्धति ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में उनके खिलाफ काम किया।
इसके अलावा, प्रोटियाज ने महत्वपूर्ण मौकों में कैच छोड़े और रन-आउट से चूक गए, जिससे उनकी हार हुई। 2015 का वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया ने कीवी टीम को हराते हुए जीता था।
3. दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड, वर्ल्ड कप 1992
वर्ष 1992 में, दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। उन्हें मैच जीतने के लिए 13 गेंदों पर 22 रन की जरुरत थी।
हालांकि, जब बारिश ने बाधा डाली, तो आयोजकों ने अजीब नियम की वजह से अपने 50 ओवरों में ऐसे दो ओवर जिसमे इंग्लैंड ने सबसे कम रन बनाए थे वो हटा दिए।
चूंकि दो ओवर मेडन थे अब समीकरण 1 गेंद पर 22 रन पर आ गया। पहले टारगेट 7 गेंदों पर 22 किया गया फिर 1 गेंद पर किया गया। यह बारिश से ज्यादा इसलिए किया गया था क्योंकि आयोजकों को अहम मैच को करने से ज्यादा तय समय के अंदर मैच ख़त्म करना था। वरना 8 मिनट और में मैच पूरा हो जाता।
अंत में इंग्लैंड टीम ने यह मैच 19 रन से जीत लिया। वर्षा से बाधित इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 45 ओवर में 6 विकेट खोकर 252 रन का स्कोर खड़ा किया था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम 43 ओवरों में 6 विकेट खोकर 232 रन ही स्कोरबोर्ड पर टांगने में सफल हो पायी।
4. दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका, वर्ल्ड कप 2003
2003 का वर्ल्ड कप जो दक्षिण अफ्रीका में खेला गया था, उस मैच में प्रोटियाज ने श्रीलंका को करो या मरो के मैच में ले लिया। यह एक करीबी मैच था, जहां दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 269 रनों की जरूरत थी।
वे लक्ष्य के करीब थे जब बारिश ने 45 ओवर के बाद मैच में खलल डाल दी। मैच टाई के साथ खत्म हुआ क्योंकि प्रोटियाज डी/एल नियम के हिसाब से स्कोर नहीं बना पाए।
मैच की आखिरी गेंद पर मार्क बाउचर ने डिफेंसिव स्ट्रोक खेला और कोई रन नहीं लिया। अगर उन्होंने एक रन भी लिया होता तो दक्षिण अफ्रीका जीत कर आगे बढ़ जाता।