पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने दो साल पहले 15 अगस्त 2019 को रिटायरमेंट की घोषणा की थी। उस दिन एमएस धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास की घोषणा की, जबकि वह 2014 में ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके थी।
भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए 2 दिसम्बर 2005 को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी ने भारतीय टीम के लिए 350 एकदिवसीय मुकाबले, 90 टेस्ट मैच तथा 98 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
भारत के लिए मध्यक्रम में खेलते हुए पूर्व कप्तान धोनी ने अपने बलबूते पर टीम को कई मैच जिताये हैं। वनडे मैचों में धोनी ने 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं, वही टेस्ट क्रिकेट में धोनी ने 90 मैचों में 38.09 के औसत से 4876 रन जोड़े हैं। इस दौरान उन्होंने 6 शतक तथा 33 अर्धशतक जड़े हैं।
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महेंद्र सिंह धोनी अपने युग के बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। टेस्ट क्रिकेट में धोनी ने 256 कैच और 38 स्टंपिंग की है। धोनी को भले ही टेस्ट बल्लेबाज नहीं माना जाता रहा हो लेकिन टेस्ट क्रिकेट में भी पूर्व कप्तान धोनी ने कई बार अकेले अपने दम पर अकेले टीम को मैच जिताया है।
आइए नजर डालते हैं टेस्ट क्रिकेट में धोनी की 5 शानदार पारियों पर :
5. माही के 76* रन बनाम इंग्लैंड
2007 में इंग्लैंड दौरे पर खेले गए टेस्ट मैच में इंग्लैंड टीम ने पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 298 रन बनाए। जवाब में भारत की टीम जिम्मी एंडरसन की बेहतरीन गेंदो के आगे झुकती नजर आयी और सिर्फ 201 रन ही बना सकी। एंडरसन ने इस पारी में 5 विकेट लिए।
दुसरी पारी में इंग्लैंड की ओर से केविन पीटरसन ने शानदार 134 रन बनाए और इंग्लैंड को 282 रनों तक पहुंच दिया। इस तरह भारत को यह मैच जीतने के लिए दूसरी पारी में 380 रनों के लक्ष्य मिला। दूसरी पारी में भारत की हालत और खराब हो गयी और 145 के स्कोर पर टीम ने 5 विकेट गवां दिए।
तब महेंद्र सिंह धोनी ने वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर 86 रन जोड़े। अंत मे धोनी 159 गेंदो में 10 चौके लगाकर 76 रनों पर नाबाद रहे। भारत की किस्मत अच्छी रही और बारिश की वजह से यह मैच समय से पहले ही रोकना पड़ा और भारत का स्कोर 282/9 रहा। इस मैच को ड्रा करवाने में धोनी की पारी बहुत काम आयी। यह धोनी की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों में से एक है।
4. धोनी के 99 रन बनाम इंग्लैंड
2012 में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड टीम 2-1 की बढ़त के साथ नागपुर पहुंची। इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पीटरसन, मैट प्रायर, तथा ग्रेम स्वान के अर्धशतकों की दम पर 330 रन बनाए। जवाब में भारत के ऊपरी क्रम के बल्लेबाज कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और स्कोर 71 रन पर चार विकेट हो गया तब विराट कोहली के साथ बल्लेबाजी करने एमएस धोनी क्रीज पर आए।
धोनी ने कोहली के साथ 198 रनों की बेहतरीन साझेदारी की और टीम का स्कोर 326 तक पहुंचाया। इस पारी में कोहली ने 103 रन बनाए तथा धोनी ने 246 गेंदें खेलकर 99 रन बनाए। वह 99 रनों के स्कोर पर एलिस्टर कुक के द्वारा रन आउट हुए। दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 352 रन बनाए। अंत में यह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। यह टेस्ट करियर में महेंद्र सिंह धोनी की बेहद अच्छी पारियों में से एक है।
3. कैप्टन कूल के 132* रन बनाम दक्षिण अफ्रीका
2010 में कोलकाता में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका ने हाशिम अमला के शतक की बदौलत 296 रन बनाए। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारत ने पहली पारी में वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर वीवीएस लक्ष्मण और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के शतकों की बदौलत 6 विकेट के नुकसान पर 643 रन बनाए।
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इस पारी में धोनी ने 187 गेंदें खेलकर 12 चौके तथा 3 छक्के की मदद से नाबाद 132 रन बनाए। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आए साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजो में से हाशिम अमला को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं सका। अमला ने 123 रन बनाए, फिर भी साउथ अफ्रीका की पूरी पारी 290 रनों पर ढेर हो गई। अंत में भारत ने यह मैच पारी तथा 57 रनों के अंतर से जीत लिया। महेंद्र सिंह धोनी की यह तेजतर्रार पारी उनके करियर की सबसे अच्छी पारियों में गिनी जाती है।
2. एमएस धोनी के 148 रन बनाम पाकिस्तान
2006 में पाकिस्तान के फैसलाबाद में खेले गए टेस्ट मैच में पाकिस्तान ने पहली पारी में इंजमाम उल हक तथा शाहिद अफरीदी के शतकों की मदद से 588 रन बनाए। शाहिद अफरीदी ने इस पारी में 128 गेंदों में 20 चौकों तथा तीन छक्कों की मदद से 156 रन बनाए। जवाब में भारत ने पहली पारी में राहुल द्रविड़ तथा धोनी के बेहतरीन शतकों के दम पर 603 रन बनाए।
इस पारी में धोनी ने 153 गेंदें खेलकर 19 चौके तथा 4 छक्के जड़कर 148 रन बनाए। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई पाकिस्तान की टीम ने 8 विकेट के नुकसान पर 490 रन बनाए। अंत में यह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। महेंद्र सिंह धोनी की यह पारी उनकी सबसे अच्छी टेस्ट पारियों में दूसरे पायदान पर है।
1. महेंद्र सिंह धोनी का पहला दोहरा शतक 224 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया
2013 में भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया की टीम ने चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए माइकल क्लार्क के शतक तथा डेविड वॉर्नर के अर्धशतक की मदद से पहली पारी में 380 रन बनाए।जवाब में भारतीय टीम ने पहली पारी में सचिन के 81 रन, विराट के 107 रन, तथा महेंद्र सिंह धोनी के 224 रनों की बदौलत 572 रन बनाए।
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एमएस धोनी ने इस पारी में जबरदस्त बल्लेबाजी करते हुए 265 गेंदों में 24 चौकों तथा छह छक्कों की मदद से 224 रन बनाए। धोनी ने इस पारी में ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम मात्र 241 रनों पर ऑल आउट हो गई। इस तरह से भारत को 50 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने 2 विकेट के नुकसान पर 50 रन बनाकर यह मैच जीत लिया। शानदार पारी के लिए महेंद्र सिंह धोनी को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। यह धोनी के करियर का एकमात्र दोहरा शतक है।