राहुल द्रविड़ के करियर की Top 5 टेस्ट पारियां: भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को भारत के टॉप 5 बल्लेबाजों में से एक कहा जाए तो शायद ही किसी को संदेह हो। इस बल्लेबाज ने अपनी काबिलियत, धैर्य और तकनीक के दम पर दुनिया भर के दिग्गज गेंदबाजों को परेशान किया है और रन बनाये हैं। राहुल द्रविड़ भारत के उन बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने टीम के लिए सभी तरह की भूमिका निभाई है। राहुल द्रविड़ के पास जिस तरह की तकनीक और डिफेंस था, उस तरह का खेल बहुत ही कम बल्लेबाजों के पास था और इसी वजह से इस दिग्गज की क्रिकेट जगत में एक अलग ही पहचान बनी।
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बात की जाए राहुल द्रविड़ के टेस्ट करियर की तो इस दिग्गज ने अपने करियर की शुरुआत सौरव गांगुली के साथ ही की थी। इन दोनों ने इंग्लैंड के खिलाफ 1996 में लॉर्ड्स में डेब्यू किया था। अपने डेब्यू मैच राहुल द्रविड़ शतक बनाने से चूक गए थे लेकिन उन्होंने 95 रनों की बेहतरीन पारी खेल विश्व क्रिकेट में अपने आगमन का शंखनाद कर दिया था। राहुल द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 164 मैच खेले हैं और 52.31 की बेहतरीन औसत से 13288 रन बनाये हैं। उनके नाम 36 शतक और 63 अर्धशतक हैं। इस बल्लेबाज ने 2012 में अपना आखिरी टेस्ट खेला था और उसके बाद संन्यास ले लिया था।
राहुल द्रविड़ जिस तरह के बल्लेबाज थे, उनकी हर एक पारी शानदार थी और उनके जैसा बल्लेबाज शायद ही विश्व को दोबारा देखने को मिले। बात की जाए अगर राहुल द्रविड़ की Top 5 टेस्ट पारियों की तो किसी भी शख्स के लिए यह चुनना काफी मुश्किल होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिग्गज ने कई बेमिसाल पारियां खेली हैं। हालांकि हम इस आर्टिकल में उनकी कुछ टॉप की बेहतरीन टेस्ट पारियों का जिक्र करने जा रहे हैं।
राहुल द्रविड़ के टेस्ट करियर की Top 5 पारियां
5. राहुल द्रविड़ के 93 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2008
2008 में यह टेस्ट मैच सिडनी में हुए विवाद के बाद खेला गया था और इस मैच के लिए खिलाड़ियों के साथ-साथ भारतीय दर्शकों में एक अलग ही जोश था। भारत सीरीज में दो टेस्ट मैच पहले ही हार चुका और इस टेस्ट में सम्मान बचाने की चुनौती थी। हालांकि पर्थ के मैदान में यह करना आसान नहीं था क्योंकि यहां की पिच भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुश्किल भरी थी।
भारत ने पहली पारी में दो विकेट जल्दी खो दिए लेकिन नंबर 3 पर द्रविड़ ने टिक्कर बल्लेबाजी की और 14 चौकों की मदद से 93 रन की बेहतरीन पारी खेली। इनकी इस पारी की वजह से भारत ने 330 रन बनाये और भारत के लिए यहां से जीत की नींव रखी। भारत ने इस टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया और दूसरी पारी में भी 294 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के सामने 413 रन का टारगेट रखा। ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारीमे 330 रन बनाकर आउट हो गया और भारत ने एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
4. द वाल के 147 रन बनाम दक्षिण अफ्रीका, 1997
1990 के दौर में भारत के लिए विदेशों में जीत हासिल करना लगभग नामुमकिन नजर आता था क्योंकि टीम के बल्लेबाज विदेशों में टेस्ट मैचों में एकजुट प्रदर्शन नहीं कर पाते थे। हालांकि 1997 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन खराब मौसम की वजह से जीत के करीब आकर भी जीत नहीं मिली। सीरीज के पहले दो टेस्ट मैच हारने के बाद भारतीय टीम पर काफी दवाब था। इस मैच में राहुल द्रविड़ ने शॉन पोलक और एलन डोनाल्ड जैसे दिग्गजों के सामने शानदार बल्लेबाजी कर अपनी प्रतिभा को साबित किया।
द्रविड़ ने भारत की पहली पारी के दौरान एक शानदार शतक जड़ा। इस पारे में राहुल ने ड्राइव था पुल शॉट का बेहतरीन तरीके से उपयोग किया और 148 रन बनाये। राहुल द्रविड़ ने दूसरी पारी में भी 81 रनों की पारी खेली थी।
3. राहुल द्रविड़ के 180 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2001
यह पारी भले ही राहुल द्रविड़ ने घरेलू परिस्थितियों में खेली हो लेकिन इस पारी को और इस मैच में वीवीएस लक्ष्मण के साथ उनकी साझेदारी को हमेशा ही याद किया जाएगा। 2001 में खेली गयी तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में भारत पर हार का खतरा मंडरा रहा था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फॉलोऑन दिया और टीम 4 विकेट खोकर मुश्किल में थी। यहाँ से द्रविड़ और लक्ष्मण ने पांचवे विकेट के लिए 376 रन की साझेदारी कर पूरी तरह से मैच पलट दिया। द्रविड़ ने 180 रन बनाये, वहीं लक्ष्मण ने 281 रन की पारी खेली थी। इन दोनों की साझेदारी तथा बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर भारत ने यह मैच 171 रन से जीत लिया।
2. द्रविड़ के 148 रन बनाम इंग्लैंड, 2002
2002 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान ने टॉस जीतकर गेंदबाजों के लिए मददगार लग रही पिच पर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। भारत का यह फैसला गलत साबित हुआ और सहवाग के रूप में जल्द ही पहला झटका लगा। हालांकि इसके बाद राहुल द्रविड़ ने एक बार फिर अपनी क्लास दिखाई और शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। द्रविड़ ने डिफेन्स और गेंद छोड़ने की कला का बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल किया और खराब गेंदों पर रन भी बटोरे। द्रविड़ ने 307 गेंदों में 23 चौके लगाते हुए 148 रन बनाये। द्रविड़ के अलावा सचिन और गांगुली ने भी शतक बनाये। भारत ने यह मैच शानदार प्रदर्शन के दम पर एक पारी और 46 रन से जीत लिया।
1. राहुल द्रविड़ के 233 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2003
राहुल द्रविड़ की विदेशों में बड़ी पारियां खेलने की कला ही उन्हें अन्य बल्लेबाजों से अलग बनाती थी। ऐसी ही एक शानदार पारी उन्होंने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में खेली थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 556 रन बनाये थे और भारत अपनी पहली पारी में 854 के स्कोर पर मुश्किल में था। एक बार फिर राहुल द्रविड़ और लक्ष्मण ने 303 रन की बेहतरीन साझेदारी कर भारत को मुश्किल से निकाला। द्रविड़ ने 446 गेंदों में 233 रन बनाये और लक्ष्मण ने भी शानदार शतक बनाया था। दूसरी पारी में 230 रन का पीछा करते हुए द्रविड़ ने एक बार फिर बेहतरीन बल्लेबाजी की और नाबाद 72 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई।