इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत 2008 में बीसीसीआई द्वारा की गई थी। IPL के पहले संस्करण में कुल 8 टीमों ने भाग लिया। 2008 के फाइनल में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपरकिंग्स को हराकर खिताब अपने नाम किया। आईपीएल सामान्यतः अप्रैल तथा मई के महीने में खेला जाता है। हालांकि 2009 तथा 2014 में लोकसभा चुनाव के चलते आईपीएल दूसरे देशों में भी आयोजित किया गया।
आईपीएल में मुख्य तौर पर 8 ही टीमें खेलती हैं जो 2021 आईपीएल में भी खेल रही हैं। पर ऐसी भी कुछ टीमें रही हैं जो पहले आईपीएल के हिस्सा तो थी मगर अब नहीं। आइये नजर डालते हैं ऐसी ही 5 टीमों पर :
डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद (Deccan Chargers Hydrabad)
हैदराबाद स्थित फ्रेंचाइजी उन टीमों में से एक थी जो 2008 में IPL में टूर्नामेंट के पहले सत्र में शामिल थी। डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद की टीम उद्घाटन संस्करण में आठवें स्थान पर रहे, लेकिन 2009 में आईपीएल के दक्षिण अफ्रीका में आयोजित होने पर उन्होंने वापसी करते हुए खिताब जीता।
हालांकि, वित्तीय समस्याओं के कारण टीम की मालिक डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड के हाथ से मालिकाना हक चला गया था। बाद में सन टीवी नेटवर्क ने हैदराबाद स्थित फ्रेंचाइज़ी की बोली जीती और इसका नाम सनराइज़र्स हैदराबाद रखा गया।
कोच्चि टस्कर्स केरल (Kochi Tuskers Kerala)
कोच्चि टस्कर्स केरल उन दो टीमों में से थी, जो 2011 में बाकी 8 टीमों से जुड़ी थी लेकिन कुछ समय बाद हटा दी गईं। यह कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में थी, जो कई कंपनियों का एक समूह था।
वीवीएस लक्ष्मण, महेला जयवर्धने, पार्थिव पटेल, रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी कोच्चि टस्कर्स केरल टीम से जुड़े हुए थे। हालाँकि, आईपीएल 2012 की नीलामी से पहले टीम को हटा दिया गया क्योंकि इस टीम के मालिक IPL के लियेे बीसीसीआई को 10 प्रतिशत बैंक गारंटी प्रदान करने में सक्षम नहीं थे।
सहारा पुणे वारियर्स इंडिया (Sahara Pune Warriors India)
कोच्चि के साथ पुणे वॉरियर्स इंडिया (PWI) को भी वर्ष 2011 में IPL में पेश किया गया था। इसका स्वामित्व सहारा ग्रुप स्पोर्ट्स लिमिटेड के पास था और टीम ने आईपीएल के तीन सत्र खेले।
हालांकि, वे उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके और बीसीसीआई के साथ वित्तीय विवाद के कारण उन्हें टीम को आईपीएल से बाहर करना पड़ा। आरोन फिंच, युवराज सिंह, गांगुली, मिशेल मार्श जैसे खिलाड़ी इस टीम में खेल चुके हैं।
गुजरात लायंस (Gujrat Lions)
स्पॉट फिक्सिंग कांड के बाद राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था, गुजरात लायंस को 2016 और 2017 में दो IPL सत्रों के लिए शामिल किया गया था। गुजरात लायंस इंटेक्स टेक्नोलॉजीज के स्वामित्व में थी और इसका नेतृत्व सुरेश रैना ने किया था।
ब्रेंडन मैकुलम, डेवोन स्मिथ, जडेजा और ब्रावो जैसे खिलाड़ियों के दम पर वे अपने पहले सत्र में तीसरे स्थान पर रहे, लेकिन 2017 में इस प्रदर्शन को दोहरा नहीं सके। 2018 में उन्हें राजस्थान रॉयल्स की वापसी के समय हटाना पड़ा।
राइजिंग पुणे सुपरजायंट (Rising Pune Supergiants)
राइजिंग पुणे सुपरजायंट (RPS) निलंबित चेन्नई सुपर किंग्स की जगह आई एक अस्थायी IPL टीम थी जो 2015 में अस्तित्व में आई। इसका स्वामित्व संजीव गोयनका के आरपी-संजीव गोयनका समूह के पास था।
स्टोक्स, धोनी, रहाणे, उनादकट और स्मिथ जैसे खिलाड़ियों के साथ 2016 में प्ले-ऑफ में पहुंचे और 2017 में फाइनल में जगह बनाई, लेकिन CSK केे 2018 में आईपीएल में आने के बाद उन्हें राइजिंग पुणे सुपरजायंट को हटाना पड़ा।