अजिंक्य रहाणे भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान हैं। वह कप्तान विराट कोहली की अनुपस्थिति में रहाणे टीम की कमान सँभालते हैं। टीम इंडिया ने रहाणे कप्तानी में एक भी टेस्ट मैच नहीं हारा है।
अंजिक्य रहाणे ने अब तक 5 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है, जिसमें 4 मैचों में भारत को जीत प्राप्त हुई है वहीं 1 टेस्ट मैच ड्रा रहा है। रहाणे टेस्ट टीम के उप-कप्तान होने के साथ-साथ बल्लेबाज़ी में मध्यक्रम के सबसे विश्वासनीय बल्लेबाज़ भी है।
2013 में टेस्ट डेब्यू करने वाले रहाणे ने अब तक 74 टेस्ट मैचों की 125 पारियों में 41.12 की औसत से कुल 4647 रन बनाए है। अंजिक्य रहाणे के नाम अबतक कुल 12 शतक और 23 अर्धशतक हैं। उन्होंने पिछली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे।
आइये नज़र डालते हैं अजिंक्य रहाणे के करियर की 5 सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारियों पर :
5. अजिंक्य रहाणे के 147 बनाम ऑस्ट्रेलिया (मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड)
2014 में हुए इस बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 530 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में एक समय पर भारत का स्कोर 147-3 था और टीम पर धराशाई होने का खतरा मंडरा था।
यहां से मैच को अंजिक्य रहाणे ने विराट कोहली के साथ संभाला। कोहली और रहाणे के बीच 262 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। रहाणे ने उस समय दुनियां के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट गेंदबाज मिचेल जॉनसन की गेंदों पर करारे प्रहार किये।
अपनी 147 रनों की पारी में अजिंक्य रहाणे ने कुल 21 चौके लगाए। रहाणे और कोहली की शानदार साझेदारी की बदौलत भारत ये टेस्ट मैच ड्रा कराने में सफल रहा जिसको उस समय एक उपलब्धि के तौर पर देखा गया था।
4. अजिंक्य रहाणे के 103 बनाम इंग्लैंड (लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड)
2014 के लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीत कर भारत को पहले बल्लेबाज़ी करने का न्योता दिया। हरी पिच पर भारतीय बल्लेबाज़ों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और कुछ ही समय में भारत का स्कोर 145-7 था।
इसके बाद रहाणे ने 103 रनों की शानदार पारी खेली और विकेट गिरने के सिलसिले को भी रोका। उन्हें भुवनेश्वर कुमार का भी समर्थन मिला। जेम्स एंडरसन और स्टअर्ट ब्रॉड के सामने भी रहाणे विकेट पर टिके रहे।
रहाणे की 103 रनों की पारी के बदौलत भारत ने 295 रनों का स्कोर खड़ा किया और अंत में 28 साल बाद भारत ने लॉर्ड्स पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
3. 112 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड)
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 में भारत की शुरुआत एक शर्मनाक हार से हुई थी। पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में पूरी टीम मात्र 36 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। पहले टेस्ट के बाद कप्तान विराट कोहली शेष मैचों के लिए उपलब्ध नहीं थे।
दूसरे टेस्ट मैच में गेंदबाज़ों ने भारत को अच्छी शुरुआत दी और ऑस्ट्रेलिया को मात्र 195 रन पर ऑलआउट किया। बल्लेबाज़ी में भारत को एक अच्छी शुरुआत नही मिली और टीम ने 64 रनों के स्कोर पर 3 अहम विकेट गँवा दिये। यहां से मोर्चा संभालते हुए कप्तान रहाणे पहली गेंद से ही दृढ़ निश्चयी दिखे।
उन्होंने यादगार शतक लगाया और टीम के पहले टेस्ट में पस्त हो चुके हौसलों को फिर से मजबूत किया। अजिंक्य रहाणे के शानदार शतक के बदौलत भारत ने मैच को आसानी से जीत लिया और सीरीज बराबर कर ली।
2. रहाणे की 81 रन की पारी बनाम इंग्लैंड (ट्रेंट ब्रिज)
भारत ने 2018 में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए इंग्लैंड का दौरा किया और टीम को पहले दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा। ट्रेंट ब्रिज में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
भारत का स्कोर 82-3 था जब अजिंक्य रहाणे बल्लाबाज़ी के लिए आए। रहाणे और कोहली के बीच 159 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। अपनी 81 रनों की पारी में रहाणे ने 12 चौके लगाए। पहली पारी में भारत ने 329 रन बनाए और इंग्लैंड को 161 रनों पर समेट दिया। अंत में भारत ने ये टेस्ट मैच 203 रनों से अपने नाम किया।
1. 126 रन बनाम श्रीलंका (कोलंबो)
टेस्ट सीरीज में 1-0 से पिछड़ने के बाद दूसरे मैच में भारत ने टॉस जीत कर बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। पहली पारी की समाप्ति तक भारत के पास 87 रनों की बढ़त थी। मैच लगभग बराबरी पर खड़ा था और भारत को जरूरत थी बड़ा स्कोर बनाने की।
दूसरी पारी में अजिंक्य रहाणे ने 126 रनों की शानदार पारी खेली जिसकी दम पर भारत ने श्रीलंका के सामने जीत के लिए 413 रनों का लक्ष्य रखा। श्रीलंका में चौथी पारी में घुटने टेक दिए और भारत ने ये मैच 278 रनों से अपने नाम किया।