नीरज चोपड़ा ने आज ओलिंपिक में स्वर्ण पदक के 13 साल के सूखे का अंत किया। इससे पहले वर्ष 2008 में अभिनव बिंद्रा ने शूटिंग में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था। इसके साथ ही नीरज ने भारत को ट्रैक एंड फेल्ड खेल में भी पहला ओलिंपिक पदक दिलाया है।
हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव के 23 वर्षीय किसान के बेटे ने फाइनल में 87.58 मीटर का दूसरा थ्रो करके एथलेटिक्स की दुनिया को चौंका दिया और ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड पदक के लिए भारत के 100 साल के इंतजार को खत्म कर दिया।
114 सालों में पहला एथेलेटिक्स गोल्ड, नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास
इस स्वर्ण पदक से भारत पदक तालिका में 47वें नंबर पर आ चुका है। चोपड़ा ने इस ओलंपिक में देश का सातवां पदक और पहला स्वर्ण जीता है। इसके साथ, देश ने 2012 के लंदन खेलों में हासिल किए गए छह पदकों की पिछली सर्वश्रेष्ठ दौड़ को पीछे छोड़ दिया।
लंदन ओलिंपिक में भारत ने कुल 6 पदक जीते थे जिसमें 2 रजत और 3 काँस्य पदक शामिल थे। इस वर्ष टोक्यो ओलंपिक में भारत ने 7 पदक जीते हैं जिसमें 1 स्वर्ण 2 रजत और 4 काँस्य पदक शामिल हैं।
टोक्यो ओलिंपिक के समापन समारोह में नीरज चोपड़ा भारत के लिए ध्वजधारक होंगे। यह आज तक का भारत का सबसे सफल ओलंपिक अभियान साबित हुआ है।