क्रिकेट इतिहास के सबसे अप्रत्याशित रिकॉर्डस : क्रिकेट एक अनिश्चितता भरा खेल है। अगली गेंद पर क्या होने वाला है इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता। शायद एक या दो अनुमान सही साबित हो सकते हैं लेकिन क्रिकेट में अगले मैच या अगले ओवर की अगली गेंद पर क्या होने वाला है, इस बारे में निश्चित रूप से कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता है।
वर्तमान समय में, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस खेल में तीन प्रारूप हैं : टेस्ट, एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी 20 अंतरराष्ट्रीय। इसके अलावा दुनिया भर में कई टी20 लीग भी हो रही हैं साथ ही कुछ देशों के बोर्ड ने नए प्रारूपों जैसे “द हंड्रेड” और “टी10” मैचों की भी शुरुआत की है।
क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें कुछ भी निश्चित नही है। आज इस सूची में, हम क्रिकेट इतिहास के 5 सबसे अप्रत्याशित रिकॉर्डस के बारे में बात करेंगे।
1. बांग्लादेश एक अंतरराष्ट्रीय मैच में ऑस्ट्रेलिया को सबसे जल्दी ऑल आउट करने वाली टीम है
यदि क्रिकेट के इतिहास की सबसे सफल टीम की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है। ऑस्ट्रेलिया ने 5 बार आईसीसी विश्वकप को अपने नाम किया है। अगर बात करें बांग्लादेश की तो ये टीम आजतक क्रिकेट विश्वकप सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंची है। यही नहीं, बांग्लादेश अभी तक एशिया कप जीतने में भी नाकाम रहा है।
बांग्लादेश में खेली गई टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में बांग्लादेश ने ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से मात दी। श्रृंखला के अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में बांग्लादेश ने ऑस्ट्रेलिया को मात्र 13.4 ओवर में 62 रनों के स्कोर पर समेट दिया। इस प्रकार वे ऑस्ट्रेलिया को सबसे जल्दी आउट करने वाली टीम बन गई।
2. केन्या टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 4 देशों से पहले क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुँचा है।
जो देश टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं उनको क्रिकेट की शीर्ष टीमों का दर्जा दिया जाता है। अबतक आयरलैंड, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और ज़िम्बाब्वे विश्व कप के सेमी फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहें हैं। ये चारों देश टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं।
वर्ष 2003 के विश्व कप में अफ़्रीकी टीम केन्या सेमीफाइनल में पहुँचने में कामयाब रही थी। केन्या टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है। सेमीफाइनल में केन्या को भारत के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
3. सचिन तेंदुलकर ने वनडे में शोएब अख्तर से ज्यादा गेंद फेंकी
सचिन तेंदुलकर के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने अपने वनडे करियर में 8,000 से अधिक गेंदें फेंकी। वह एक लेग स्पिनर के रुप में गेंदबाज़ी करते थे और कुछ महत्वपूर्ण विकेट भी लेते थे।
दिलचस्प बात यह है कि तेंदुलकर ने अपने वनडे करियर में रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर की तुलना में अधिक गेंदें फेंकी। तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर ने अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैचों में 7,764 गेंदें फ़ेंकी हैं, जिसमें उन्होंने 247 विकेट अपने नाम किये हैं।
4. अजीत अगरकर ने एकदिवसीय मैचों में भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक बनाया है
भारत हमेशा से ही अपनी बल्लेबाज़ी के लिए जाना जाता रहा है। एकदिवसीय क्रिकेट में भारत के पास एक से बढ़कर एक बल्लेबाज़ रहें है। लेकिन अगर हम सबसे तेज अर्धशतक की बात करें तो वह रिकॉर्ड पूर्व गेंदबाज अजीत अगरकर के नाम है।
अजीत अगरकर ने वर्ष 2000 में राजकोट में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के खिलाफ 67 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली थी। उन्होंने 21 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया, जो अभी तक कायम है।
5. एशिया में सबसे तेज टेस्ट शतक का रिकॉर्ड मिस्बाह-उल-हक के नाम है
वर्तमान समय में पाकिस्तान के मुख्य कोच मिस्बाह-उल-हक ने एक बार सबसे तेज टेस्ट शतक का रिकॉर्ड बनाया था। मिस्बाह एक रक्षात्मक बल्लेबाज के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने अबू धाबी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 56 गेंदों में शतक लगाकर सभी को चौंका दिया।
हालांकि, ब्रेंडन मैकुलम ने जल्द ही उनसे तेज़ शतक बना के उनका रिकॉर्ड तोड़ दिया। लेकिन मिस्बाह के नाम अभी भी एशियाई परिस्थितियों में सबसे तेज टेस्ट शतक का रिकॉर्ड है।